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गांवड़ी में कूड़ा निस्तारण प्लांट जल्द शुरू की उम्मीद

गांवड़ी में लंबे समय से प्रस्तावित कूड़ा निस्तारण प्लांट जल्द शुरू होने की उम्मीद है। गुरुवार को बैलेस्टिक सेपरेटर मशीन गांवड़ी पहुंच गई है। नगर निगम प्रशासन की मानें तो दिसंबर के पहले पखवाड़े में प्लांट शुरू हो जाएगा।

By JagranEdited By: Published: Fri, 29 Nov 2019 09:00 AM (IST)Updated: Fri, 29 Nov 2019 09:00 AM (IST)
गांवड़ी में कूड़ा निस्तारण प्लांट जल्द शुरू की उम्मीद
गांवड़ी में कूड़ा निस्तारण प्लांट जल्द शुरू की उम्मीद

मेरठ, जेएनएन : गांवड़ी में लंबे समय से प्रस्तावित कूड़ा निस्तारण प्लांट जल्द शुरू होने की उम्मीद है। गुरुवार को बैलेस्टिक सेपरेटर मशीन गांवड़ी पहुंच गई है। नगर निगम प्रशासन की मानें तो दिसंबर के पहले पखवाड़े में प्लांट शुरू हो जाएगा।

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गुरुवार को शामली से बैलेस्टिक सेपरेटर मशीन गांवड़ी में निर्माणाधीन कूड़ा निस्तारण प्लांट लाई गई। सहायक नगर आयुक्त ब्रजपाल सिंह, मुख्य वित्त एवं लेखाधिकारी संतोष कुमार शर्मा समेत निर्माण विभाग के इंजीनियर भी प्लांट पर पहुंचे। यह मशीन ई टेंडरिग के जरिये स्टैंडर्ड ऑटो जनरल इंजीनियर्स एजेंसी से खरीदी गई है। इसकी कीमत 30 लाख रुपये बताई जा रही है। मशीन को स्थापित करने के लिए एजेंसी के लोग साथ आए हैं। प्लांट के फाउंडेशन पर इसे उतारने के साथ ही स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। चार से पांच दिन में मशीन चलने लायक स्थिति में स्थापित हो जाएगी। सहायक नगर आयुक्त ब्रजपाल सिंह ने बताया कि मशीन के अलावा कन्वेयर बेल्ट समेत अन्य जरूरी उपकरण भी एक-दो दिन में आ जाएंगे। प्लांट स्थापित करने के लिए फाउंडेशन तैयार हो चुका है। दिसंबर के पहले पखवारे में प्लांट शुरू करने की तैयारी है। शुरुआत में गांवड़ी में डंप कूड़े का निस्तारण किया जाएगा। इसके बाद एक और मशीन गांवड़ी में इतनी ही क्षमता की स्थापित की जाएगी। इसके साथ ही लोहिया नगर में भी मशीन लगाई जाएगी। गांवड़ी में विद्युत कनेक्शन की कार्रवाई भी जल्द पूरी की जाएगी।

कचरे को तीन भागों में बांटेगी मशीन

निगम अधिकारियों के मुताबिक डबल डेक बैलेस्टिक सेपरेटर मशीन में तीन प्रकार की कन्वेयर बेल्ट लगी होंगी। कचरा 25 मीटर ऊंचाई से फीडर बेल्ट के जरिए मशीन तक पहुंचेगा। मशीन कचरे को तीन अलग-अलग भागों में बांट देगी। ठोस अपशिष्ट जैसे ईट, पत्थर व गिट्टी अलग निकलेगा। गीला कचरा व मिट्टी और प्लास्टिक, पॉलीथिन, कपड़े व चमड़ा आदि अलग-अलग निकलेगा।

150 टन कूड़े का प्रतिदिन होगा निस्तारण

ग ला कचरा, मिट्टी व गोबर के मिश्रण से कंपोस्ट बनाई जाएगी। ईट, पत्थर व गिट्टी का उपयोग लैंडफिल में किया जाएगा और प्लास्टिक कचरे को बिजली संयंत्र भेजा जाएगा। निगम अधिकारियों के अनुसार मशीन प्रतिदिन 150 टन कूड़े का निस्तारण करेगी।


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