चंडीगढ़ में बैठकर सॉल्वर गैंग चला रहा था सरगना जसबीर
पुलिस रेलवे एसएससी दिल्ली सबओर्डिनेट सर्विसेस सेंट्रल एयरमैन सलेक्शन बोर्ड हरियाणा एसएससी और नेवी में सेलर पद पर सॉल्वर गैंग के सदस्य परीक्षा दे चुके हैं। सभी विभागों में परीक्षा उत्तीर्ण कराने के लिए अलग-अलग रेट तय किए हुए हैं।
मेरठ, जेएनएन। पुलिस, रेलवे, एसएससी, दिल्ली सबओर्डिनेट सर्विसेस, सेंट्रल एयरमैन सलेक्शन बोर्ड, हरियाणा एसएससी और नेवी में सेलर पद पर सॉल्वर गैंग के सदस्य परीक्षा दे चुके हैं। सभी विभागों में परीक्षा उत्तीर्ण कराने के लिए अलग-अलग रेट तय किए हुए हैं। रकम से 10 फीसद हिस्सा ग्राहक लाने वाले को दिया जाता है। जसबीर ने चंडीगढ़ में ही अपना ऑफिस खोल रखा है, जो पूरे सिस्टम को वहीं से ऑपरेट कर रहा है। शुक्रवार को यह गैंग दो लग्जरी कारों में सवार होकर मेरठ आया था। इस गैंग में करीब 60 सदस्य हैं, जो परीक्षा में बैठते हैं। सभी के खाते में रकम डाल दी जाती है।
एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार सरगना जसबीर यूपी पुलिस भर्ती में भी 60 से ज्यादा अभ्यर्थियों के स्थान पर गैंग के सदस्यों द्वारा परीक्षा देने की बात कह रहा है। तीन साल में अब तक 150 अभ्यर्थियों के स्थान पर परीक्षा में बैठ चुके हैं। गैंग के सदस्य रजिस्ट्रेशन के दौरान ही अपना फोटो लगाते हैं, उसके बाद आइडी दिखाकर परीक्षा में बैठ जाते हैं। नापतोल और अभिलेखों की जांच में भी खुद बायोमेट्रिक करने के लिए चले जाते हैं। मेरठ में भी मनवीर और इमरान का बायोमेट्रिक करने आए थे। इमरान की अनुपस्थिति लग चुकी है, जबकि मनवीर का वेरीफिकेशन 18 दिसंबर को होना है। इसलिए भर्ती में ही सेंधमारी करने की फिराक में लगे हुए थे। कई पुलिसकर्मियों से सेंटिग करने की कवायद भी कर चुके हैं।
बिहार से जुड़ा है जसबीर का नेटवर्क
मूलरूप से जसबीर हरियाणा के बवाना जींद का रहने वाला है। हाल में चंडीगढ़ के कैंबवाला में रहता है। जसबीर का संपर्क बिहार से जुड़ा है। उसका कहना है कि अभ्यर्थियों की संख्या बढ़ने के बाद बिहार से सॉल्वर बुला लेता है, उन्हें इसकी रकम एडवांस में दी जाती है। सॉल्वर का सेंटर से लाने और ले जाने का खर्च भी जसबीर ही उठाता है। क्राइम ब्रांच की टीम जसबीर से बिहार के सरगना का नाम पूछने की कोशिश कर चुकी है, लेकिन उसने नाम नहीं बताया। ऐसे में उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।
एसएससी का पेपर लीक कर चुका गैंग
पकड़ा गया गैंग दिल्ली में एसएससी का पेपर भी लीक कर चुका है। चाणक्यपुरी दिल्ली की टीम ने अभियुक्त अंकुर को 2016 में जेल भेजा था। जेल से जमानत पर छूटने के बाद फिर से अंकुर ने ग्राहकों को जोड़ना शुरू कर दिया। दूसरा आरोपित परवेंद्र भी बागपत से 2013 में हत्या के मामले में जेल जा चुका है। जमानत पर आने के बाद वह भी इस गैंग से जुड़ चुका है। वेस्ट यूपी के कई जनपदों से अभ्यर्थी मुहैया करता है।
मनवीर के पिता डीआरडीओ पूना में तैनात
सॉल्वर गैंग से पुलिस भर्ती में परीक्षा दिला चुके बागपत के लुहारी निवासी मनवीर के पिता राममेहर पूना में डीआरडीओ में तैनात हैं, पुलिस मनवीर और इमरान की धरपकड़ में भी जुटी है।