मुजफ्फरनगर: कुख्यात संजीव जीवा से जुड़ी चार करोड़ की संपत्ति जब्त, 27 साल से है अपराध की दुनिया में
कुख्यात संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की करोड़ों की संपत्ति जब्त की गई। गैंगस्टर एक्ट के तहत हुई कार्रवाई महावीर चौक पर बनवाया था काम्पलेक्स। इससे पहले शामली जिले में कई करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की जा चुकी है।
मुजफ्फरनगर, जागरण संवाददाता। कुख्यात संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा पर पुलिस प्रशासन का शिकंजा लगातार कस रहा है। अब गैंगस्टर एक्ट के तहत महावीर चौक स्थित 131 वर्ग मीटर में बने उसके तीन मंजिला काम्पलेक्स को जब्त किया गया है। यह संपत्ति करीब चार करोड़ रुपये की बताई गई है, जो संजीव जीवा की पत्नी पायल माहेश्वरी के नाम पर है। इससे पहले शामली जिले में गांव आदमपुर और बलवा स्थित कृषि भूमि तथा शामली शहर स्थित मकान भी कुर्क किया जा चुका है। पायल माहेश्वरी वर्ष 2017 में राष्ट्रीय लोकदल के टिकट पर मुजफ्फरनगर शहर सीट से विधानसभा चुनाव भी लड़ चुकी है।
मूलरूप से शामली जिले के बाबरी थानाक्षेत्र के गांव आदमपुर निवासी (हाल निवासी प्रेमपुरी, मुजफ्फरनगर) कुख्यात संजीव जीवा के खिलाफ मुजफ्फरनगर जिले में खतौली, सिविल लाइंस, शहर कोतवाली, नईमंडी समेत कई थानों में मुकदमे दर्ज हैं। वर्ष 2010 में शहर कोतवाली पुलिस ने उसके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया था। संजीव जीवा का गैंग इंटरस्टेट-एक के नाम से रजिस्टर्ड है।
सिविल लाइंस क्षेत्र के महावीर चौक पर संजीव का तीन मंजिला काम्पलेक्स स्थित है, जो मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण से अनुमति लिए बगैर ही बनाया गया था। कुछ दिन पहले ही एमडीए ने इस पर सील लगाई थी।
रविवार को एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गीय, सीओ कुलदीप कुमार, शहर कोतवाल आनंदेदव मिश्रा और सिविल लाइंस कोतवाल संतोष त्यागी भारी फोर्स के साथ महावीर चौक पर पहुंचे। टीम ने उत्तर प्रदेश गिरोहबंद एवं समाज विरोधी क्रियाकलाप निवारण अधिनियम 1986 की धारा-14(1) के तहत उक्त काम्पलेक्स जब्त करते हुए सरकारी संपत्ति का बोर्ड लगा दिया। करीब 131 वर्ग मीटर में बने तीन मंजिला काम्पलेक्स की कीमत चार करोड़ बताई गई है।
27 साल पहले अपराध की दुनिया में आया था जीवा
एसएसपी अभिषेक यादव ने बताया कि संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा वर्ष 1995 से संगीन घटनाओं को अंजाम देता रहा है। संजीव जीवा इंटरस्टेट गैंग का लीडर है। उसके खिलाफ हत्या, रंगदारी, लूट, डकैती, अपहरण, गैंगस्टर जैसी संगीन धाराओं में दो दर्जन मुकदमे दर्ज हैं। कोलकाता के एक व्यापारी के बेटे का अपहरण कर दो करोड़ की फिरौती मांगने से लेकर पूर्वांचल के विधायक ब्रह्मदत्त द्विवेदी और कृष्णानंद राय हत्याकांड में भी नाम आ चुका है। फिलहाल संजीव जीवा लखनऊ जेल में बंद है।