Ganga Express Way: सीएम योगी तय करेंगे गंगा एक्सप्रेस-वे का फाइनल अलाइनमेंट, मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस-वे से अब नहीं जुड़ेगा
गंगा एक्सप्रेस-वे का अलाइनमेंट बदलने का आरोप लगाकर मेरठ के कई गांवों के किसान हंगामा कर रहे हैं। हालांकि सबसे कम दूरी और कम खर्च वाला होगा उसे मुख्यमंत्री खुद फाइनल करेंगे।
मेरठ, [अनुज शर्मा]। Ganga Express Way गंगा एक्सप्रेस-वे का अलाइनमेंट बदलने का आरोप लगाकर मेरठ के कई गांवों के किसान हंगामा कर रहे हैं। हालांकि अभी तक गंगा एक्सप्रेस-वे का अलाइनमेंट फाइनल ही नहीं हो पाया है। मेरठ में इसका अलाइनमेंट कहां होगा, इसका फैसला अभी बाकी है। इसके लिए तीन अलाइनमेंट प्रस्ताव तैयार हैं। इनमें से जो सबसे कम दूरी और कम खर्च वाला होगा उसे मुख्यमंत्री खुद फाइनल करेंगे। मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस-वे से इसे जोड़ने का मामला भी खटाई में पड़ता जा रहा है। दरअसल एनएचएआइ दोनों को आपस में जोड़ने का विरोध कर रही है।
अलाइनमेंट को लेकर ही भ्रम
मुख्यमंत्री ने मेरठ से प्रयागराज की दूरी और उसमें लगने वाले समय को कम करने के लिए गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण करने की घोषणा की है। इसकी जिम्मेदारी उ.प्र. एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण को सौंपी गई है। गंगा एक्सप्रेस-वे के अलाइनमेंट को लेकर ही भ्रम हो गया है। अलाइनमेंट सर्वे का काम लंबे समय से चल रहा है। एजेंसी काम कर रही है। प्रयागराज से शुरू होकर यह एक्सप्रेस-वे मेरठ में कहां खत्म किया जाएगा? इसका फैसला नहीं हो पा रहा है। यूपीडा में ही इसके लिए दो मत हैं। सूत्रों का कहना है कि गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए तीन अलाइनमेंट तैयार किए जा रहे हैं।
मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस-वे से अब नहीं जुड़ेगा
अभी तक गंगा एक्सप्रेस-वे को मेरठ-हापुड़-बुलंदशहर हाइवे को क्रास कर मेरठ में काशी गांव में खत्म करने की योजना थी।इसका अंतिम छोर यहां से गुजर रहे मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस-वे से मिलाया जाना था। सूत्रों का कहना है कि मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस-वे का निर्माण करने वाली एनएचएआइ यूनिट इसका विरोध कर रही है। उसका तर्क है कि इससे उनके टोल टैक्स पर असर पड़ेगा। काशी तक गंगा एक्सप्रेस-वे को लाने में खासी जमीन महंगी दरों पर खरीदनी होगी।
इनका कहना है
अभी गंगा एक्सप्रेस-वे का कोई अलाइनमेंट नहीं है। सर्वे एजेंसी (कंसलटेंट) एक्सप्रेस-वे के मानकों के मुताबिक इसका प्रस्तावित अलाइनमेंट तैयार करने में जुटी है। वन सेंचुरी, बिजली के ट्रांसमिशन व अन्य महत्वपूर्ण स्थानों से दूरी के भी मानक हैं। उनके आधार पर ही अलाइनमेंट को परिवर्तित करके फाइनल रूप दिया जाता है। गंगा एक्सप्रेस-वे का प्रस्तावित अलाइनमेंट सितंबर के अंत से जिलेवार मिलना शुरू होगा। उसके बाद ही सरकार और मुख्यमंत्री उसपर कोई निर्णय लेंगे।
- चुनकु राम पटेल, विशेष कार्याधिकारी यूपीडा
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हमारे पास अलाइनमेंट की अभी कोई जानकारी नहीं
गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए सर्वे का काम सरकार द्वारा नियुक्त एजेंसी कर रही है। सर्वे के बाद ही अलाइनमेंट का प्रस्ताव तैयार होगा। अलाइनमेंट को सीएम की अनुमति मिलेगी तब जाकर अंतिम रूप से पता चलेगा कि गंगा एक्सप्रेस-वे कहां से और कितने गांवों से गुजरेगा। अभी हमारे पास इसके संबंध में कोई जानकारी नहीं है।
- सुल्तान अशरफ सिद्दीकी एडीएम भूमि अध्याप्ति
गंगा एक्सप्रेस-वे एक नजर में
- मेरठ से प्रयागराज तक बनेगा
- जनपद प्रयागराज में इलाहाबाद बाइपास (एन.एच.-2) पर ग्राम- खेमानन्दपुर, सोरांव के पास खत्म होगा।
- अनुमानित लंबाई 628 किमी
- मेरठ, हापुड बुलन्दशहर, अमरोहा, सम्भल, बदांयू, शाहजहांपुर , हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ एवं प्रयागराज से गुजरेगा।
- यह एक्सप्रेस-वे 06 लेन चौड़ा (08 लेन में विस्तारणीय) होगा तथा संरचनाएं 08 लेन चौड़ाई की बनायी जायेंगी।
- एक्सप्रेसवे के राइट ऑफ वे की चौड़ाई 130 मी. प्रस्तावित है।
- एक्सप्रेसवे के एक ओर 3.75 मी. चौड़ाई की सर्विस रोड स्टैगर्ड रूप में बनाई जायेगी। इससे परियोजना के आस-पास के गांव के निवासियों को सुगम आवागमन की सुविधा उपलब्ध हो सके।
- एक्सप्रेस-वे पर प्रवेश नियंत्रित होगा।
खरखौदा के पास से काम शुरू करने का प्रस्ताव
सूत्रों की माने तो गंगा एक्सप्रेस-वे को मेरठ-हापुड़ रोड पर खरखौदा के पास से शुरू करने का भी प्रस्ताव है। दरअसल मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस-वे का एक लिंक मेरठ-हापुड़ हाइवे से भी जोड़ा जाना है। उसी को देखते हुए विचार किया जा रहा है कि गंगा एक्सप्रेस-वे को मेरठ-हापुड़ हाइवे से आगे ले जाने की जरूरत नहीं है। इसे हापुड़ रोड पर ही मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस-वे के निकास के पास एक दो किमी आसपास पर ही खत्म किया जाए।