विकसित होगा गंगा तट, किनारे पर बनेंगे पिकनिक स्पाट
कमिश्नर ने शनिवार का वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से सिंचाई विभाग और लघु सिंचाई विभाग की समीक्षा की।
मेरठ, जेएनएन। कमिश्नर ने शनिवार का वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से सिंचाई विभाग और लघु सिंचाई विभाग की समीक्षा की। कमिश्नर ने गंगा के किनारे पर पूजा करने वाले स्थानों को विकसित करने के लिए निर्देश दिए। साथ ही नहरों के किनारे पर पिकनिक स्पाट बनाने और सड़कों के सौंदर्यीकरण के लिए भी निर्देश दिए।
वीडियो कांफ्रेसिंग के दौरान कमिश्नर सुरेंद्र सिंह ने कहा कि नहरों के किनारों को कुछ लोगों द्वारा क्षतिग्रस्त किया जा रहा है। ऐसे में पटरियों के कटान से परेशानी होती है। अधिकारी ऐसे लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई करें। इसके अलावा नहर के किनारे की सड़कों का सुदृढ़ीकरण भी कराया जाए, ताकि अवैध कटान ना हो सके। नहरों के किनारे पौधा रोपण इस प्रकार कराया जाए ताकि नहर क्षतिग्रस्त ना हो। नहर विभाग के डाक बंगलों का सुदृढ़ीकरण कराने की योजना भी तैयार की जाए। नहरों के किनारे घाट बनाए जाएं। जिन जिलों में जहा गंगा का पूजन होता है, वहा पर्यटन विभाग के सहयोग से शौचालय, शेड, डस्टबिन आदि की व्यवस्था कर घाट को विकसित किया जाए। मंडलीय अधिकारी मौजूद रहे। गंगा दूषित करने वालों की बनेगी सूची
जहा-जहा गंग नहर पर झाल बनी हुई हैं, वहा पिकनिक स्पाट तैयार किए जाएं। इसके लिए संबंधित विभागों से भी मदद ली जाएगी। इसके अलावा नहरों में गंदा और दूषित पानी डालने वालों की सूची तैयार कर उन पर कार्रवाई के भी निर्देश दिए। नालों को साफ कराएं
नालों को कब्जा मुक्त कराने के साथ उनकी साफ-सफाई कराने के साथ बीच में चेकडैम बनाने के लिए कहा गया। साथ ही नहरों के क्षतिग्रस्त पुलों की जांच कराकर एस्टीमेट बनवाए जाएं।