Ganesh Chaturthi 2021: गाजे-बाजे के साथ पंडाल और घर-घर में होगी गणपति जी की मूर्ति स्थापना, जानें शुभ संयोग
गणेश चतुर्थी पर शुक्रवार को भक्त धूमधाम और गाजे-बाजे के साथ घर-द्वार और शहर के विभिन्न पंडालों में भगवान गणपति की मूर्ति स्थापित कर पूजा-अर्चना करेंगे। गुरुवार को दिनभर सिद्धि विनायक की मूर्तियां लेने के लिए बाजारों में भीड़ जमा रही।
जागरण संवाददाता, मेरठ। गणेश चतुर्थी पर शुक्रवार को भक्त धूमधाम और गाजे-बाजे के साथ घर-द्वार और शहर के विभिन्न पंडालों में भगवान गणपति की मूर्ति स्थापित कर पूजा-अर्चना करेंगे। गुरुवार को दिनभर सिद्धि विनायक की मूर्तियां लेने के लिए थापर नगर, शारदा रोड, बेगमपुल, सेंट्रल मार्केट और शहर के अन्य बाजारों में भीड़ लगी रही।
भक्तों ने विघ्नविनाशक की ईको फ्रेंडली मूर्ति पसंद की और उल्लास के साथ घर और पंडालों में लेकर गए। गणेश चतुर्थी पर शुभ मुहूर्त में मूर्ति की स्थापना कर अनंत चतुर्दशी तक भक्त अपने आराध्य की भक्ति में लीन रहेंगे। कोरोना काल में शहर के विभिन्न पंडालों में छोटी मूर्तियां ही स्थापित की जा रही हैं, वहीं इस बात का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा कि पंडाल में भीड़भाड़ न हो। थापर नगर स्थित अजंता मूर्ति कला केंद्र के मूर्तिकार मनोज प्रजापति ने बताया कि पिछले साल की अपेक्षा 60 फीसद अधिक मूर्तियां बिकीं। गणपति मूर्ति कला केंद्र के मूर्तिकार विक्की प्रजापति का कहना है कि इस बार ईको फ्रेंडली मूर्तियों की मांग अधिक रही।
यहां होगी भगवान गणेश मुर्ति की स्थापना
स्थान >>मूर्ति स्थापना का समय
1-दुर्गाबाड़ी चौक सदर बाजार >>शाम 4 बजे
2-विकास विहार मोहनपुरी >>दोपहर 2 बजे
3-झंडे वाला चौक सराफा बाजार >>दोपहर 2 बजे
4-रजबन बड़ा बाजार >>दोपहर 1 बजे
5-रजबन शनिदेव मंदिर>>सुबह 10 बजे
6-शिव मंदिर सेक्टर 4 शास्त्रीनगर >>दोपहर 3 बजे
ग्रहों का शुभ संयोग
सूरजकुंड स्थित बाबा मनोहरनाथ मंदिर की महामंडलेश्वर नीलिमानंद महाराज ने बताया कि गणोश चतुर्थी पर कई ग्रहों का शुभ संयोग बन रहा है। यह व्यापारियों के लिए लाभकारी होगा। चतुर्थी पर इस साल ग्रह अपनी श्रेष्ठ स्थिति में रहेंगे। इसमें बुध कन्या राशि, शुक्र तुला राशि, राहु वृषभ राशि, शनि मकर राशि और केतु वृश्चिक राशि में रहेंगे। ग्रहों की यह स्थिति कारोबार करने वाले जातकों के लिए शुभ है। इसके साथ ही इस बार गणोश चतुर्थी पर रवियोग में पूजन होगा। चित्र स्वाति नक्षत्र के साथ रवि योग का शुभ संयोग मंगलकारी होगा।