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मेरठ में किताबों का फर्जीवाड़ा : जांच में एक और बड़ा खुलासा, गोदाम पर मिले सभी बिल इस फर्म के नाम

वाणिज्य कर विभाग ने टीएनएचके पब्लिकेशन की मालिक अनीता गुप्ता को 28 को मंगलपांडे नगर स्थित कार्यालय में उपस्थित होने के लिए नोटिस जारी किया है।

By Prem BhattEdited By: Published: Wed, 26 Aug 2020 01:45 PM (IST)Updated: Wed, 26 Aug 2020 01:45 PM (IST)
मेरठ में किताबों का फर्जीवाड़ा : जांच में एक और बड़ा खुलासा, गोदाम पर मिले सभी बिल इस फर्म के नाम
मेरठ में किताबों का फर्जीवाड़ा : जांच में एक और बड़ा खुलासा, गोदाम पर मिले सभी बिल इस फर्म के नाम

मेरठ, जेएनएन। वाणिज्य कर विभाग ने टीएनएचके पब्लिकेशन की मालिक अनीता गुप्ता को 28 को मंगलपांडे नगर स्थित कार्यालय में उपस्थित होने के लिए नोटिस जारी किया है। उनसे किताबों के प्रकाशन का प्राधिकार-पत्र समेत कागज, इंक और उपयोग में आने वाले रसायनों की खरीद-फरोख्त का ब्यौरा देने के लिए कहा गया है।

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टीएनएचके पब्लिकेशन का कार्यालय मोहकमपुर में जिस पते पर सीजीएसटी विभाग में रजिस्टर्ड है, उस पर जब एसटीएफ ने छापा मारा था उस समय वाणिज्यकर विभाग के अधिकारी ही पहुंचे थे। इसलिए जांच वाणिज्यकर विभाग की विशेष अनुसंधान शाखा कर रही है। फर्म के पते पर होटल चल रहा है। खास बात यह है कि फर्म में अनीता के सिवाय और किसी का नाम नहीं है। इसलिए विभाग ने उन्हें ही नोटिस भेजा है।

एक दर्जन प्रकाशकों से पूछताछ

एनसीईआरटी की अवैध किताबें छापने और बेचने के मामले में एक और पेच है। गोदाम में जो किताबें मिली हैं उनका प्रकाशन अलग-अलग फर्मो में हुआ है। फर्मो का नाम किताबों पर अंकित है। मुख्यत: जो प्रकाशक फर्म सामने आई हैं उनमें पलक प्रिंटर मोहकमपुर, एसके आफसेट, नौ दुर्गा आफसेट, कृष्णा आफसेट पंचशील कालोनी के नाम सामने आए हैं। विशेष अनुसंधान शाखा के अधिकारी अब इन प्रकाशकों से पूछताछ कर रहे हैं कि वह टीएनएचके के लिए किताबें छापते थे या नहीं। छापते थे तो कागज आदि कहां से आता था।

वाणिज्य कर विभाग के एडिशनल कमिश्नर ग्रेड टू शशिभूषण सिंह ने बताया कि नियमानुसार जांच की जा रही है। फर्म का जो पता दर्शाया गया है वहां पर कुछ नहीं मिला। फर्म मालिक को पता बदलने पर विभाग को सूचना देनी चाहिए। इस मामले में भी जुर्माने की कार्रवाई की जाएगी।

सीजीएसटी विभाग का काम किताबों की छपाई के लिए आए कागज पर सीजीएसटी की जानकारी करना है। अगर फर्म की तरफ से कागज पर सीजीएसटी नहीं दिया गया तो उन्हें नोटिस भेजकर एक जुलाई 2017 से 2020 तक सीजीएसटी वसूला जाएगा। -ओपी वर्मा, ज्वाइंट कमिश्नर केंद्रीय वस्तु एवं उत्पाद कर विभाग 


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