मेरठ में दिखने लगा सफाई व्यवस्था में सुधार, सिटीजन फीडबैक में मिले 43 हजार से अधिक वोट Meerut News
Meerut में सफाई व्यवस्था में सुधार की कोशिश का रंग स्वच्छ सर्वेक्षण के सिटीजन फीडबैक में दिखने लगा है। एक माह की जद्दोजहद के बाद मेरठ नगर निगम ने 30 जनवरी को 43520 से अधिक वोट प्राप्त कर लिए हैं।
मेरठ, जेएनएन। शहर में सफाई व्यवस्था में सुधार की कोशिश का रंग स्वच्छ सर्वेक्षण के सिटीजन फीडबैक में दिखने लगा है। एक माह की जद्दोजहद के बाद मेरठ नगर निगम ने 30 जनवरी को 43,520 से अधिक वोट प्राप्त कर लिए हैं।
स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 की सिटीजन फीडबैक प्रतिस्पर्धा में 30 जनवरी की रिपोर्ट में मेरठ नगर निगम 43,520 वोट के साथ प्रदेश की सूची में 17 वें स्थान पर पहुंच गया है। 15,567 वोट स्वच्छता एप से और 27,947 वोट स्वच्छता पोर्टल के माध्यम से प्राप्त हुए हैं।स्वच्छ सर्वेक्षण की कई साल की प्रतियोगिता में यह पहला मौका है जब मेरठ नगर निगम के 50,000 वोट का आंकड़ा प्राप्त करने की प्रबल संभावनाएं दिख रही हैं। मालूम हो कि स्वच्छ सर्वेक्षण में सिटीजन फीडबैक का सर्वाधिक 21,500 वोट का आंकड़ा पिछले साल नगर निगम मेरठ ने हासिल किया था।
लखनऊ प्रदेश में पहले पायदान पर
हालांकि लखनऊ नगर निगम 4,13,416 वोट से प्रदेश में अव्वल बना हुआ है। जबकि कानपुर 3,74,797 वोट के साथ दूसरे नंबर पर पहुंच गया है। तीसरे नंबर पर प्रयागराज नगर निगम 3,10,381 वोट के साथ बना हुआ है। सहारनपुर 1,89,161 वोट के साथ चौथे स्थान पर है। गाजियाबाद 74,373 वोट के साथ प्रदेश में आठवें स्थान पर है। मेरठ नगर निगम से वाराणसी, मुरादाबाद और गोरखपुर नगर निगम अभी आगे हैं।
जनता ने दिखाई सहभागिता
सिटीजन फीडबैक में बढ़ते वोट के आंकड़े से यह स्पष्ट है कि शहर की जनता स्वच्छ सर्वेक्षण में सहभागिता दिखा रही है।इसकी वजह यह मानी जा रही है कि नगर आयुक्त मनीष बंसल ने सफाई व्यवस्था का लगातार निरीक्षण कर उसमें सुधार लाने के प्रयास किए हैं। अतिक्रमण अभियान हो या फिर खत्तों को विलोपित करने का काम निरंतर किया जा रहा है। वहीं, शिकायतों के निस्तारण में भी नगर निगम में तेजी आई है। त्वरित निर्णय लेकर समस्याएं दूर की जा रही हैं।
एक मार्च तक चलेगा फीडबैक
सिटीजन फीडबैक की प्रतिस्पर्धा फरवरी भर चलेगी। 28 दिन का समय नगर निगम के पास है। नगर निगम कूड़ा उठान और कचरा निस्तारण की व्यवस्थाएं इस महीने में सुधार लेता है और सार्वजनिक व सामुदायिक शौचालय की व्यवस्थाएं दुरुस्त कर लेता है तो फीडबैक की स्थिति और बेहतर होगी।