Women Empowerment: दृढ़ निश्चय से पाया मुकाम, महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ा, पढ़िए इनकी सफलता की कहानी Saharanpur News
सहारनपुर निवासी ओम प्लेस ने विपरीत आर्थिक परिस्थितियों में भी कभी हार नहीं मानी। शादी के समय कक्षा 5 तक पढ़ी थी। पढ़ाई को लगातार जारी रखते हुए स्नातकोत्तर किया और उनका एक ही लक्ष्य था कि पढ़ लिख कर आत्मनिर्भर बने।
सहारनपुर, जेएनएन। निर्धनता के खिलाफ संघर्ष करते हुए ओम प्लेस ने दृढ़ निश्चय से मुकाम हासिल किया है। स्कूल ड्रेस, लेडीज कुर्ती, ज्योत बत्ती, झाड़ू निर्माण सहित विभिन्न कार्यों में महिलाओं को स्वयं सहायता समूह बनाकर उन्हें रोजगार से जोड़ने का काम भी किया। विकासखंड नकुड अंतर्गत गांव ककराला निवासी ओम प्लेस ने विपरीत आर्थिक परिस्थितियों में हार नहीं मानी। शादी के समय कक्षा 5 तक पढ़ी थी। बाद में पढ़ाई को लगातार जारी रखते हुए स्नातकोत्तर किया उनका एक ही लक्ष्य था कि पढ़ लिख कर आत्मनिर्भर बने और इसके लिए उन्हें व्यवसायिक प्रशिक्षण की तलाश थी। ऐसे में उन्हें पंजाब नेशनल बैंक ग्रामीण स्वरोजगार संस्थान के प्रशिक्षण की जानकारी मिली।
प्रशिक्षण से मिला लाभ
संस्थान में संपर्क करने के बाद दो वर्ष पूर्व एक जागरूकता कार्यक्रम में भागीदारी की गांव से संस्थान की दूरी अधिक होने के बावजूद निश्चय किया कि वे प्रशिक्षण के लिए अवश्य जाएगी। छह दिवसीय प्रशिक्षण के बाद निर्माण झाड़ू निर्माण ड्रेस मेकिंग के साथ-साथ मार्केटिंग का प्रशिक्षण लिया और गांव में आकर महिलाओं के सहायता समूह बनाने आरंभ किए। ओम प्लेस बताती हैं धीरे-धीरे काम बढ़ता गया गांव में समूह बनाकर कई महिलाओं को इन से जोड़ा इसी माह गांव की 15 महिलाओं को भी संस्थान से प्रशिक्षण दिलाया आसपास के कस्बों के स्कूल की ड्रेस बनाने का काम भी इन समूहों को मिल रहा है।
सलाना टर्नओवर 15 लाख
वह बतातीं हैं कि समूह का सालाना टर्नओवर करीब 15 लाख रुपए पहुंच गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में लगने वाले मेलों में समूह अपने स्टाल लगाते हैं कोरोना काल के दौरान समूह द्वारा आठ हजार मास्क बनाकर अलग-अलग स्थानों पर बेचे गए। ओम प्लेस को संतोष है उनके द्वारा की गई शुरुआत से गांव की अनेक महिलाएं अब समूह बनाकर लाभान्वित हो रही है।