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चालीस लाख के विस्फोटक के साथ पांच गिरफ्तार

भावनपुर पुलिस ने दतावली गांव से तीन गोदामों के अंदर 40 लाख की विस्फोटक सामग्री पकड़ी। पटाखों का स्टॉक करने वाले पांच आरोपितों को मौके से गिरफ्तार कर लिया है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 Oct 2019 09:00 AM (IST)Updated: Thu, 17 Oct 2019 09:00 AM (IST)
चालीस लाख के विस्फोटक के साथ पांच गिरफ्तार

मेरठ, जेएनएन। भावनपुर पुलिस ने दतावली गांव से तीन गोदामों के अंदर 40 लाख की विस्फोटक सामग्री पकड़ी। पटाखों का स्टॉक करने वाले पांच आरोपितों को मौके से गिरफ्तार कर लिया है। पटाखों का स्टॉक दीवाली पर आसपास के जनपदों में सप्लाई के लिए लाया गया था। पुलिस ने सभी पटाखों को गोदामों से ट्रक में भरने के बाद थाने के माल गोदाम में जमा करा दिए है।

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बुधवार को भावनपुर पुलिस और क्राइम ब्रांच को सूचना मिली कि दतावली गांव में मेडिकल थाना क्षेत्र की हनी गोल्फ कालोनी में रहने वाले बिल्डर दिलीप पुत्र जमनादास ने तीन गोदामों में भारी मात्रा में पटाखे स्टॉक किए हुए है। पुलिस ने टीम बनाकर तीनों गोदामों में एक साथ छापा मारा। गोदामों में पटाखों के साथ भारी मात्रा में विस्फोटक भी मिला है। बताया जाता है कि यह पटाखों को जखीरा दीवाली पर जोन के मुजफ्फरनगर, शामली, बुलंदशहर, बागपत और मेरठ तथा एनसीआर में सप्लाई होना था। गोदाम में करीब छह ट्रक पटाखे भरे हुए थे। एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि पकड़े गए पटाखों की कीमत करीब चालीस लाख है। पुलिस ने मौके से सुहेब पुत्र इलियास मोहल्ला करम अली थाना कोतवाली, हरीश पुत्र अविनाश चंद्र निवासी शास्त्री नगर थाना मेडिकल, नंदकिशोर पुत्र तेजपाल ग्राम दतावली थाना भावनपुर और रवि शर्मा पुत्र अश्वनी मोहल्ला शास्त्री नगर पीवीएस मॉल के पीछे थाना मेडिकल और दिलीप पुत्र स्व जमनादास निवासी हनी गोल्फ थाना मेडिकल को गिरफ्तार किया। साथ ही पुलिस ने तीनों गोदामों से सभी पटाखों को भरकर थाने में जमा करा दिया है।

पुलिस की भूमिका भी संदेह के दायरे में : भावनपुर के दतावली में हर वर्ष दिलीप गोदाम में पटाखे स्टॉक करता है। इस बार भी दिलीप ने दीवाली से पहले पटाखों का स्टॉक किया। सूत्रों के मुताबिक, स्थानीय पुलिस को इसकी जानकारी थी। एसएसपी अजय साहनी को सूचना मिलने के बाद क्राइम ब्रांच के साथ भावनपुर पुलिस को लेकर छापा मारा गया है। तब पटाखों को स्टॉक पकड़ा गया है। कप्तान ने बताया कि स्थानीय पुलिस की भूमिका की जांच सीओ सदर देहात को सौंपी गई है।

बारूद के ढेर पर था दतावली गांव

पटाखों के साथ विस्फोटक भी था। सुतली वाले पटाखों के बजाय बड़े बम स्टॉक में रखे हुए थे। यदि अचानक ही गोदाम में आग लग जाए तो पूरे दतावली गांव को अपनी चपेट में ले लेता। उसके बावजूद भी स्थानीय पुलिस और दमकल विभाग ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। ऐसा नहीं है कि दमकल विभाग को भी इसकी जानकारी नहीं थी। पटाखों से भरे उक्त ट्रक इन गोदामों में उतारे भी गए थे। उस समय भी ग्रामीणों ने स्थानीय पुलिस को मामले की जानकारी दी थी।

कई जनपदों से आया था आर्डर : मौके से मिले लैपटॉप को खंगाला गया तो कई जनपदों से पटाखों को आर्डर भी लिया हुआ था। बाकायदा पटाखों को दुकानों तक पहुंचने की जानकारी भी मिली है। माना जा रहा है कि इन पटाखों के धंधे में सफेदपोश भी शामिल है, जो आरोपितों को बचाने के लिए सिफारिश करने में जुटे हुए है।


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