फिटनेस मंत्र : तीन मिनट के अभ्यास से मिलेगा पूरा फायदा, जानिए इन आसनों से मिलने वाले लाभ
तीन से पांच मिनट तक इसका अभ्यास किया जा सकता है। योग के जानकारों की माने तो कपालभाति में श्वास को बाहर छोड़ा जाता है। बहुत सामान्य तरीके से अंदर सांस भरते हैं। इसके अभ्यास में सांस को बाहर छोड़ने पर ही ध्यान रखना होता है।
मेरठ, जेएनएन। कोविड का संक्रमण जिस तेजी से बढ़ रहा है। उसे देखते हुए नियमित योग अभ्यास जरूरी हो गया है। योग की कई क्रियाएं हैं, जिसके माध्यम से हम आंतरिक रूप से भी खुद को मजबूत रख सकते हैं। साथ ही खुद का फिट रखने के लिए इन आसनों को सुबह के समय अभ्यास करना जरुरी होता है।
उपयोगी है कपालभाति प्राणायाम
तीन से पांच मिनट तक इसका अभ्यास किया जा सकता है। योग के जानकारों की माने तो कपालभाति में श्वास को बाहर छोड़ा जाता है। बहुत सामान्य तरीके से अंदर सांस भरते हैं। इसके अभ्यास में सांस को बाहर छोड़ने पर ही ध्यान रखना होता है। जब हम बाहर सांस छोड़ते हैं पेट में संकुचन की क्रिया होती है। इसको करते समय जब सांस बाहर छोड़ा जाता है तो मन में यह सोच भी रखते हैं कि शरीर से हर तरह के रोग और नकारात्मक विचार भी बाहर निकल रहे हैं। इसके करने से हृदय और मस्तिष्क के सभी रोग दूर हो जाते हैं। तनाव और अवसाद से भी राहत मिल जाती है। मोटापा, मधुमेह, कब्ज जैसी समस्या से भी बचाव होता है।
अनुलोम-विलोम प्राणायाम
इसमें पद्मासन की अवस्था में बैठते हैं। बैठते समय कमर और गर्दन सीधी रखते हैं। इसमें बिना आवाज किए बाएं नासिका से सांस लेते हैं इसके करने से सांस से संबंधित बीमारियां नहीं होती हैं। रक्त साफ होता है। इसके नियमित अभ्यास से आंखों की रोशनी बढ़ती है। त्वचा से संबंधित कोई भी बीमारी नहीं होती।
प्राणायाम करते समय ध्यान रखने वाली बात
योग अभ्यास करते समय कुछ बातों का ध्यान भी रखना जरूरी है। जहां योग का अभ्यास करें। वहां का स्थान साफ हवादार होना चाहिए पद्मासन सिद्धासन और वज्रासन की क्रिया बैठकर करना चाहिए। अभ्यास करने का सबसे सही समय सुबह और शाम है। जब भी अभ्यास करें तो खाली पेट करें। या फिर खाना खाने के चार घंटे के बाद करना चाहिए। बहुत ज्यादा भूख लगी हो तो कोई अभ्यास नहीं करना चाहिए। योग अभ्यास के बाद जितना संभव हो आराम भी करना चाहिए।