Fit India Movement : हर सप्ताह Cross country running में शामिल होगा मेरठ भी Meerut News
खेल मंत्री उपेंद्र तिवारी ने कहा है कि फिट इंडिया को जन-जन तक पहुंचाने और हर किसी को इससे जोड़ने के लिए हर वर्ग के लिए क्रॉस कंट्री दौड़ आयोजित की जाएगी।
मेरठ, जेएनएन। Fit India Movement फिट इंडिया से हर उम्र के लोगों को जोड़ने के लिए अब हर सप्ताह एक क्रॉस कंट्री दौड़ होगी। हर सप्ताह यह दौड़ शहर के अलग-अलग रास्ते पर होगा, जिससे शहर के हर हिस्सा में रहने वाले हर वर्ग को फिट इंडिया अभियान से जोड़ा जा सके। क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी आले हैदर ने बताया कि गुरुवार को लखनऊ में हुई खेल विभाग की समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए खेल मंत्री उपेंद्र तिवारी ने यह निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि फिट इंडिया को जन-जन तक पहुंचाने और हर किसी को इससे जोड़ने के लिए हर वर्ग के लिए क्रॉस कंट्री दौड़ आयोजित की जाएगी। इसे हर सप्ताह किसी एक दिन किया जाएगा और शहर के अलग-अलग रास्ते पर होगा। इससे विभिन्न क्षेत्रों में रहने वाले लोग अपने-अपने क्षेत्र की क्रॉस कंट्री में भी हिस्सा ले सकेंगे।
स्टेडियम में होगी बायोमेटिक हाजिरी
खेल मंत्री ने स्पष्ट कर दिया है कि स्टेडियम में पंजीकृत हर खिलाड़ी की अब बायोमेटिक हाजिरी ली जाएगी। कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम में बायोमेटिक मशीन भी लगाई जाएगी। खिलाड़ियों के अलावा भी जो लोग स्टेडियम में टहलने, व्यायाम करने या दौड़ने आते हैं उनका भी स्टेडियम में पंजीकरण अनिवार्य कर दिया गया है। खिलाड़ियों के अलावा भी जो लोग आते हैं,उनकी हाजिरी भी बायोमेटिक से ही ली जाएगी। खेलमंत्री ने एक सप्ताह में बायोमेटिक हाजिरी की व्यवस्था को शुरू करने को कहा है।
लागू होगा ड्रेस कोड
खेल विभाग अंतर्गत संचालित सभी स्पोर्ट्स स्टेडियमों में ड्रेस कोड लागू करने को कहा गया है। सभी खिलाड़ी खेल के परिधान, ट्रैक शूट और जूते में ही खेलने आएंगे। इसी तरह सुबह-शाम घूमने-टहलने वाले वरिष्ठ लोगों को भी यह ड्रेस कोड फॉलो करना होगा। कोई भी खिलाड़ी या गैर खिलाड़ी चप्पल में स्टेडियम में नहीं आएंगे। जूते पहनकर टहलेंगे या फिर नंगे पांव टहल या दौड़ सकते हैं।
खेल विभाग से जुड़ेंगे स्कूल-कॉलेज के खिलाड़ी
खेल मंत्री ने जिला स्तर पर खेल का माहौल बनाने पर जोर दिया है। उन्होंने प्राइमरी स्कूल से डिग्री कॉलेजों तक में पढ़ने वाले खिलाड़ियों को खेल विभाग से जोड़ने के निर्देश दिए हैं। इन खिलाड़ियों को खेल विभाग और विभिन्न खेल संगठनों की ओर से आयोजित प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग भी कराया जाएगा। इससे खेल विभाग और स्कूलों में जुड़ाव होगा और ग्रामीण बच्चों को भी खेल सुविधाओं की जानकारी मिल सकेगी।