Fight Against Coronavirus: सुभारती की इमरजेंसी बंद होगी, सिर्फ कोविड वार्ड चलेगा Meerut News
लॉकडाउन हटने से पहले कोरोना संक्रमण से बड़ी लडाई की योजना बना ली है। दोनों निजी मेडिकल कॉलेजों में इमरजेंसी वार्ड बंद कर सिर्फ कोविड-19 वार्ड चलाने का आदेश दिया है।
मेरठ, जेएनएन। प्रदेश सरकार ने लॉकडाउन हटने से पहले कोरोना संक्रमण से बड़ी लड़ाई की योजना बना ली है। शासन ने मेरठ के दोनों निजी मेडिकल कॉलेजों में इमरजेंसी वार्ड बंद कर सिर्फ कोविड-19 वार्ड चलाने का आदेश दिया है। अगर लॉकडाउन हटते ही मरीजों की संख्या बढ़ी तो इलाज की स्थिति नहीं बिगड़ने पाएगी।
प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा ने वीडियो कांफ्रेंसिंग कर प्रदेश के सभी 51 मेडिकल कॉलेजों का फीडबैक लिया। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डा. आरसी गुप्ता ने बताया कि दो केंद्रीय मेडिकल कॉलेजों बीएचयू और अलीगढ़ और कई राजकीय मेडिकल कॉलेजों में इमरजेंसी में ओपीडी और कोविड-19 वार्ड का साथ-साथ संचालन होगा। कारण, यहां पर मरीजों का लोड ज्यादा है।
सुभारती और मुलायम सिंह कॉलेज की इमरजेंसी होगी बंद
प्रमुख सचिव ने बताया कि दोनों निजी मेडिकल कॉलेजों को पूरी तरह कोरोना वार्ड में बदलने की योजना है। सभी निजी अस्पतालों की इमरजेंसी सेवाओं को बंद करने के लिए कहा गया है, जिससे कोविड-19 वार्ड के संचालन में स्टाफ की कमी न पड़े। कोविड वार्ड में उच्च मानकों के पालन की वजह से संक्रमण का खतरा भी कम होगा। सुभारती में 180, और मुलायम सिंह यादव मेडिकल कॉलेज में 120 बेडों का कोविड-19 वार्ड बना है, किंतु अब यह क्षमता पांच-पांच सौ बेडों की हो जाएगी।
कोरोना वार्ड मेें बहादुरी सेे डटी है महिला डॉक्टर
कोरोना वार्ड के संक्रामक माहौल में ड्यूटी करना जहां डाक्टरों के लिए बड़ी चुनौती है, वहीं जिले की एकमात्र महिला चिकित्सक पांचली कोविड वार्ड में साहस के साथ डटी हुई हैं। सीएमओ डॉ. राजकुमार और कोविड वार्ड के प्रभारी डॉ. प्रवीण गौतम ने भी महिला चिकित्सक को सराहा है। केजीएमयू लखनऊ से वर्ष 2015 में एमबीबीएस पास करने वाली डॉ. अनामिका सिंह ने कोविड-19 वार्ड में ड्यूटी करने के लिए स्वयं आवेदन किया। डाक्टरों ने कहा कि पुरुष डाक्टरों को ही तैनात किया जा रहा है। डॉ. अनामिका ने वरिष्ठों का भरोसा जीता। साबित किया कि पुरुष और स्त्री की क्षमता और काबिलियत में कोई भेद नहीं होना चाहिए। 16 अप्रैल से पांचली में ड्यूटी कर रही डॉ. अनामिका ने कहा कि यह सेवा का बड़ा अवसर है। सभी का भरपूर सहयोग मिल रहा है।
मुलायम सिंह कॉलेज की भी इमरजेंसी रोकी गई, कोविड वार्ड पर ही फोकस
हर निजी मेडिकल कॉलेज के लिए नोडल अफसर नियुक्त
प्राचार्य डा. आरसी गुप्ता ने बताया कि मेरठ के दोनों निजी मेडिकल कॉलेजों में कोविड अस्पताल संभालने के लिए बाहर से डाक्टरों की नियुक्ति होगी। इसी कड़ी में एलएलआरएम के डा. अरुण कुमार और डा. केपी मिश्र को रुहेलखंड मेडिकल कॉलेज के कोविड वार्ड का प्रभारी बनाकर भेजा गया है।