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Fight Against Corona: मेडिकल कॉलेज में कोरोना को मात देगी पूल सैंपलिंग, लैब पर लोड भी होगा कम Meerut News

Fight Against Corona सामुदायिक संक्रमण के मुहाने पर खड़े मेरठ में मेडिकल कालेज भी पूल टेस्टिंग करेगा। इस तकनीक से माइक्रोबायोलोजी लैब रोजाना 1000 लोगों की जांच करेगी।

By Prem BhattEdited By: Published: Thu, 23 Apr 2020 02:00 PM (IST)Updated: Thu, 23 Apr 2020 02:00 PM (IST)
Fight Against Corona: मेडिकल कॉलेज में कोरोना को मात देगी पूल सैंपलिंग, लैब पर लोड भी होगा कम Meerut News
Fight Against Corona: मेडिकल कॉलेज में कोरोना को मात देगी पूल सैंपलिंग, लैब पर लोड भी होगा कम Meerut News

मेरठ, जेएनएन। Fight Against Corona सामुदायिक संक्रमण के मुहाने पर खड़े मेरठ में मेडिकल कालेज भी पूल टेस्टिंग करेगा। इस तकनीक से माइक्रोबायोलोजी लैब रोजाना 1000 लोगों की जांच करेगी। इससे लैब पर जहां सैंपलों का लोड कम होगा, वहीं हॉटस्पॉट के आसपास फैलते संक्रमण के दायरे का भी पता चलेगा। जल्द ही मेडिकल कालेज में पूल टेस्टिंग की तकनीक उपलब्ध करा दी जाएगी।

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पांच गुना बढ़ेगी जांच की गति

इजरायल और जर्मनी में पूल टेस्टिंग के बेहतर परिणाम मिलने के बाद दुनिया के कई देशों ने भी इसे अपनाया है। भारत में उत्तर प्रदेश सरकार ने पूल सैंपलिंग को तत्काल मान्यता दी। मेडिकल कलेज के माइक्रोबायोलोजिस्ट डा. अमित गर्ग ने बताया कि आइसीएमआर की गाइडलाइन में पूल टेस्टिंग की जाएगी। इसमें एक साथ पांच सैंपलों को पूल बनाकर जांचा जाता है। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर सभी सैंपलों की अलग-अलग जांच होगी, अन्यथा सभी निगेटिव माने जाएंगे। इससे जांच की गति बढ़ेगी।

लैब पर घटेगा जांच का लोड

मेडिकल कालेज की लैब में मेरठ, सहारनपुर, बागपत, मुजफ्फरनगर, हापुड़, बुलंदशहर, बिजनौर, शामली एवं गाजियाबाद के सैंपलों की जांच की जाती है। कई बार पें¨डग में पड़े सैंपलों की संख्या पांच सौ से ज्यादा होने पर रिजल्ट में देरी होती है। ऐसे में मेडिकल कालेज अपनी लैब में पूल टेस्टिंग शुरू करेगा।

बफर जोन में भी मिला है संक्रमण

प्रदेश में सबसे पहले केजीएमयू लखनऊ में पूल टेस्टिंग शुरू की गई। पहले चरण में आगरा के 150 सैंपलों में से 30-30 सैंपलों के पांच पूल बनाए गए। शासन ने पाली चेन रिएक्शन यानी पीसीआर तकनीक से जांच की। परिणाम बेहतर मिलने से अब शासन नए जिलों में भी यही प्रक्रिया शुरू करने जा रहा है। मेरठ में 22 हॉटस्पॉट बन चुके हैं।

इनका कहना है

मेडिकल कालेज की लैब पर भारी लोड है। पिछले सप्ताहभर की जांच रिपोर्ट का विश्लेषण करें तो दो फीसद से कम सैंपलों में संक्रमण मिला है। सैंपलों की जांच में तेजी लाने के लिए जल्द पूल सैंपलिंग शुरू की जाएगी। इससे दिनभर में एक हजार से ज्यादा टेस्ट हो सकेंगे।

- डा. आरसी गुप्ता, प्राचार्य, मेडिकल कालेज


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