Fight Against Corona: अब प्रभारी मंत्री रोजाना करेंगे कोरोना नियंत्रण की समीक्षा, पढ़िए किन बिंदुओं पर रहेगा फोकस Meerut News
प्रत्येक जनपद में एक एक वरिष्ठ अधिकारी को नोडल बनाकर जिम्मेदारी सौंपने के बाद अब सभी प्रभारी मंत्रियों को भी कोरोना नियंत्रण के अभियान में शामिल किया है।
मेरठ, जेएनएन। Fight Against Corona उत्तर प्रदेश में भी बढ़ते आवागमन तथा आर्थिक गतिविधियां शुरू होने के बाद से कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या उछाल मारने लगी है। इससे अफसरों के साथ खुद सीएम भी खासे चिंतित हैं। प्रत्येक जनपद में एक एक वरिष्ठ अधिकारी को नोडल बनाकर जिम्मेदारी सौंपने के बाद अब सभी प्रभारी मंत्रियों को भी कोरोना नियंत्रण के अभियान में शामिल किया गया है। खुद सीएम ने मेरठ के प्रभारी मंत्री को पत्र भेजकर डीएम और सीएमओ से रोजाना बात करके समीक्षा करने और उन्हें कोरोना संक्रमण के लिए मार्गदर्शन करने के लिए कहा है। उक्त पत्र की प्रति जिला प्रशासन को भी मिली है। इसके बाद से अधिकारियों ने प्रभारी मंत्री की रोजाना होने वाली समीक्षा के लिए भी कमर कस ली है।
प्रदेश में बढ़ रही मरीजों की संख्या
मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में लिखा है कि अभी तक उत्तर प्रदेश जांच, इलाज और कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण में अच्छा काम कर रहा है। जनता का आवागमन बढऩे और आर्थिक गतिविधियां शुरू होने के बाद से प्रदेश में रोजाना कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही है। प्रत्येक जनपद में एक एक वरिष्ठ अधिकारी को नोडल अधिकारी नामित करके जनपदों के अफसरों के साथ उनकी रोजाना बैठकें कराई जा रही हैं। संक्रमण की रोकथाम के उपाय किए जा रहे हैं।
अपने अनुभव से कीजिए मार्गदर्शन
सीएम ने प्रभारी मंत्री से कहा है कि जन सामान्य के बीच आपका विस्तृत अनुभव है। आप अपने प्रभार वाले जनपद में डीएम और सीएमओ से नियमित रूप से संवाद करके उन्हें मार्गदर्शन प्रदान करें, ताकि कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण किया जा सके।
इन बिंदुओं पर करेंगे समीक्षा
- कोविड अस्पतालों में इलाज, डाक्टरों की उपलब्धता, स्वच्छता और भोजन।
- कोरोना जांच के लिए मशीनों और जांच किट की उपलब्धता।
- कोरोना की जांच और उसके परिणाम।
- घर-घर सर्वे, सर्विलांस टीम के कार्यों की समीक्षा।
- नगर और गांवों में सफाई, छिड़काव, फॉगिंग और सैनिटाइजेशन कार्य।
- स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता।
- कंटेनमेंट जोन में सख्ती, कांटेक्ट ट्रेसिंग कार्य।
- लॉकडाउन का सख्ती से पालन, सफाई सैनिटाइजेशन के विशेष अभियान की समीक्षा