शर्तों के उल्लंघन का आरोप,किसानों ने ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का काम रोका
शर्तों के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए रेलवे के ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का मोदीपुरम के जंगेठी में चल रहा काम गुरुवार को किसानों ने रोक दिया।
By Ashu SinghEdited By: Published: Fri, 19 Apr 2019 10:00 AM (IST)Updated: Fri, 19 Apr 2019 10:00 AM (IST)
मेरठ,जेएनएन। मोदीपुरम में रेलवे के ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का जंगेठी में चल रहा काम गुरुवार को किसानों ने रोक दिया। रेलवे पर भूमि अधिग्रहण की शर्तों का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया गया। मांग पूरी नहीं होने तक कार्य शुरू नहीं होने देने का एलान किया।
किसान अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे
पंजाब के लुधियाना से पश्चिमी बंगाल के दनकुनी तक 1839 किमी लंबे रेलवे के ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का कार्य जंगेठी में चल रहा है। गुरुवार को भाकियू के पदाधिकारियों के नेतृत्व में किसान वहां पहुंचे और काम कर रहे मजदूरों को चलता कर दिया। किसान अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए। धरना स्थल पर सभा की अध्यक्षता कर रहे भाकियू के पूर्व जिलाध्यक्ष इलम सिंह ने कहा कि रेलवे ने भूमि अधिग्रहण के समझौते की शर्तों का उल्लंघन किया है।
अनुदान धनराशि 5.50 लाख दिलाई जाए
अधिग्रहित भूमि से ज्यादा पर कब्जा कर लिया गया। खेतों पर आने-जाने के लिए रेलवे लाइन पार करने को पुलों का निर्माण कराया जाए। चकबंदी में किसानों को जो चकरोड व नाली दी गई थी, रेलवे ट्रेक के दोनों ओर दी जाएं। बरसात के पानी की निकासी के लिए पुलिया का निर्माण कराया जाए। अनुदान धनराशि 5.50 लाख दिलाई जाए। रजिस्ट्री स्टांप फीस जो 30 फीसदी काटी गई है,वह वापस दिलाई जाए। कहा कि जब तक ये मांग पूरी नहीं होंगी धरना जारी रहेगा। शाम तक धरना स्थल पर कोई अधिकारी नहीं पहुंचा। संजय दौरालिया,पदम सिंह,पवन कुमार,सत्यांश कुमार,महेश कुमार,श्रीपाल आदि मौजूद रहे।
किसान अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे
पंजाब के लुधियाना से पश्चिमी बंगाल के दनकुनी तक 1839 किमी लंबे रेलवे के ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का कार्य जंगेठी में चल रहा है। गुरुवार को भाकियू के पदाधिकारियों के नेतृत्व में किसान वहां पहुंचे और काम कर रहे मजदूरों को चलता कर दिया। किसान अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए। धरना स्थल पर सभा की अध्यक्षता कर रहे भाकियू के पूर्व जिलाध्यक्ष इलम सिंह ने कहा कि रेलवे ने भूमि अधिग्रहण के समझौते की शर्तों का उल्लंघन किया है।
अनुदान धनराशि 5.50 लाख दिलाई जाए
अधिग्रहित भूमि से ज्यादा पर कब्जा कर लिया गया। खेतों पर आने-जाने के लिए रेलवे लाइन पार करने को पुलों का निर्माण कराया जाए। चकबंदी में किसानों को जो चकरोड व नाली दी गई थी, रेलवे ट्रेक के दोनों ओर दी जाएं। बरसात के पानी की निकासी के लिए पुलिया का निर्माण कराया जाए। अनुदान धनराशि 5.50 लाख दिलाई जाए। रजिस्ट्री स्टांप फीस जो 30 फीसदी काटी गई है,वह वापस दिलाई जाए। कहा कि जब तक ये मांग पूरी नहीं होंगी धरना जारी रहेगा। शाम तक धरना स्थल पर कोई अधिकारी नहीं पहुंचा। संजय दौरालिया,पदम सिंह,पवन कुमार,सत्यांश कुमार,महेश कुमार,श्रीपाल आदि मौजूद रहे।
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