शामली में आज भी पिछले सत्र का 342 करोड़ रुपये गन्ना भुगतान बकाया, किसानों का कलक्ट्रेट में धरना-प्रदर्शन
बकाया गन्ना मूल्य भुगतान और अन्य समस्याओं को लेकर शामली कलक्ट्रेट में किसानों ने धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। जिला गन्ना अधिकारी के साथ किसानों से वार्ता की। किसानों ने चेतावनी दी कि अगर ठोस आश्वासन नहीं मिला तो कड़ा निर्णय लेने को मजबूर होंगे।
शामली, जागरण संवाददाता। बकाया गन्ना भुगतान के मुद्दे को लेकर किसानों ने कलक्ट्रेट में धरना-प्रदर्शन किया। गठवाला खाप थांबेदार, किसान यूनियन, सपा और रालोद के पदाधिकारी इसमें शामिल हुए। जिला गन्ना अधिकारी और चीनी मिल अधिकारियों के लिखित आश्वासन के बाद धरना खत्म हुआ।
पिछले सत्र का भी 342 करोड़ रुपये गन्ना भुगतान बकाया
किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सवित मलिक ने कहा कि नया पेराई सत्र शुरू हो गया है, लेकिन पिछले सत्र का भी 342 करोड़ रुपये बकाया है। ब्याज का तो कुछ अता-पता नहीं है। सरकार ने किसानों से वायदा किया था तो 14 दिन में भुगतान होगा। यह प्रावधान भी है कि अगर 14 दिन में भुगतान नहीं होता है तो किसानों को ब्याज मिलना चाहिए। धरने की अध्यक्षता कर रहे गठवाला खाप के लांक थांबेदार रविंद्र मलिक ने कहा कि किसान भुगतान न होने के कारण किसान बच्चों की स्कूल-कालेज की फीस नहीं भर पा रहे हैं, फसलों के लिए भी कर्ज लेना पड़ रहा है। जिला गन्ना अधिकारी विजय बहादुर सिंह शामली चीनी मिल के वरिष्ठ महाप्रबंधक गन्ना कुलदीप पिलानिया, ऊन चीनी मिल के महाप्रबंधक गन्ना अनिल अहलावत, थानाभवन चीनी मिल के सहायक महाप्रबंधक गन्ना सुरेंद्र सिंह के साथ पहुंचे। किसानों ने लिखित में भुगतान की भरोसा देने की मांग की। लिखित में आश्वासन मिलने के बाद धरना समाप्त हुआ। तीनों चीनी मिलों के अधिकारियों ने बकाये का भुगतान होने के बाद नए पेराई सत्र का भुगतान शुरू होगा। किसानों ने बेसहारा गोवंशी के फसलों को नुकसान पहुंचाने का मुद्दा भी उठाया।
इस दौरान सपा जिलाध्यक्ष अशोक चौधरी, सपा के शामली विधानसभा क्षेत्र के अध्यक्ष मांगेराम मलिक, रालोद नेता कंवरपाल मालैंडी, जिला पंचायत सदस्य उमेश पंवार, गठवाला खाप के लिसाढ़ थांबेदार महिपाल सिंह, धर्मवीर निर्वाल, अमित निर्वाल, तेजपाल मलिक, अनुज मलिक, रणकुमार, विदेश मलिक, उमेश मलिक, वीर सिंह, युद्धवीर मलिक आदि मौजूद रहे।
आत्मदाह की दी गई थी चेतावनी
सुबह से ही इंटरनेट मीडिया पर मैसेज चल रहे थे कि धरना-प्रदर्शन में अगर गन्ना भुगतान पर बात नहीं बनी तो एक किसान नेता व एक खाप के थांबेदार आत्मदाह कर सकते हैं। ऐसे में प्रशासन, पुलिस और खुफिया विभाग अलर्ट रहा। कलक्ट्रेट में भारी पुलिसबल के साथ ही दमकल की भी दो गाड़ी तैनात की गई थी। धरने के दौरान भी कुछ किसान नेताओं ने कहा कि दो बजे तक ठोस बात उनसे नहीं की गई तो आत्मदाह जैसे कठोर निर्णय लिए जाएंगे।
यह दिया लिखित में आश्वासन
- शामली चीनी मिल की ओर से कहा गया कि नवंबर माह में 30 करोड़ रुपये और दिसंबर माह में संपूर्ण बकाये का भुगतान किया जाएगा।
- थानाभवन चीनी मिल की ओर से लिखित में कहा गया कि बिजली का भुगतान सरकार से मिलना है, जो जल्द मिलने की उम्मीद है। नवंबर माह के अंत तक पूरा भुगतान कर दिया जाएगा।
- ऊन चीनी मिल प्रबंधन ने नवंबर माह में 19 करोड़ रुपये और 15 दिसंबर तक संपूर्ण बकाये का भुगतान करने का भरोसा दिया है।