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किसानों की कंपनी है, उन्हें बिचौलियों से बचाएगी : संजीव बालियान

हेडिंग किसानों की

By JagranEdited By: Published: Mon, 23 May 2022 02:06 AM (IST)Updated: Mon, 23 May 2022 02:06 AM (IST)
किसानों की कंपनी है, उन्हें बिचौलियों से बचाएगी : संजीव बालियान
किसानों की कंपनी है, उन्हें बिचौलियों से बचाएगी : संजीव बालियान

किसानों की कंपनी है, उन्हें बिचौलियों से बचाएगी : संजीव बालियान

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मेरठ, जेएनएन। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सात जिलों के किसानों को जोड़कर एक नई हरित प्रदेश दुग्ध उत्पादक कंपनी बनाई गई है। यह कोआपरेटिव संस्था किसानों को बिचौलियों से बचाते हुए उनके उत्पादन का पूरा लाभ देगी। सरकार किसानों की ओर से बनाई संस्था का समर्थन करेगी। यह बात केंद्रीय मत्स्य, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान ने कही। वह हरित प्रदेश दुग्ध उत्पादक कंपनी के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे। मांगल्या आडिटोरियम सुभारती विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में मंत्री ने कहा कि अभी मदर डेयरी के माध्यम से यह कोआपरेटिव संस्था गांव से दूध एकत्र कर रही है। धीरे- धीरे यह संस्था खुद अपने पैरों पर खड़ी होने के बाद काम करेगी। अमूल की तरह ही हरित प्रदेश दुग्ध उत्पादन कंपनी को विकसित किया जाएगा। कार्यक्रम में सात जिलों से सैकड़ों की संख्या में किसान उपस्थित रहे। सांसद राजेंद्र अग्रवाल, राज्यसभा सदस्य विजयपाल तोमर, बुलंदशहर के सांसद भोला सिंह, राज्यसभा सदस्य कांता कर्दम, कैराना लोकसभा सदस्य प्रदीप कुमार और राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के अध्यक्ष मीनेश शाह ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। कुछ किसानों ने बेसहारा घूम रहे पशुओं की समस्या उठाते हुए कहा कि इससे किसान परेशान हैं। ये है हरित प्रदेश दुग्ध उत्पादक कंपनी मुजफ्फरनगर, बुलंदशहर, शामली, मेरठ, बिजनौर, हापुड़ और सहारनपुर के पशुपालक और किसानों के लिए हरित प्रदेश दुग्ध उत्पादक कंपनी शुरू की गई है। इसे सामुदायिक केंद्र की तरह किसान चलाएंगे। हर किसान इसमें 500 रुपये के पांच शेयर लेंगे। फिर इस संस्था में रजिस्टर्ड होंगे। शुरुआत में मदर डेयरी के माध्यम से किसानों के दूध को एकत्र किया जाएगा। अभी सवा लाख लीटर प्रतिदिन के हिसाब से किसान दूध उपलब्ध करा रहे हैं। 17 हजार किसान इसमें पंजीकृत हो चुके हैं। मंत्री ने बताया कि इसी तरह से वाराणसी, अमेठी, रायबरेली और बुंदेलखंड में राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड की सहायता से मिल्क प्रोड्यूसर संस्थाएं बनी हैं। किसानों के स्वामित्व की कंपनियां बनीं राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के अध्यक्ष मीनेश शाह ने कहा कि राजस्थान गुजरात, आंध्र प्रदेश, पंजाब, बिहार और उत्तर प्रदेश में किसानों के स्वामित्व वाली 19 संस्थाएं बनीं हैं। इन संस्थाओं ने लगभग 40 लाख लीटर दूध का प्रतिदिन संकलन किया है। करीब 5600 करोड़ रुपये का दूध व्यापार हो रहा है। करीब सात लाख से ज्यादा परिवारों को इससे लाभ मिल रहा है। कभी न कभी बनेगा हरित प्रदेश : संजीव बालियान जागरण संवाददाता, मेरठ : हरित प्रदेश की मांग खत्म नहीं हुई है। कभी न कभी हरित प्रदेश बनेगा। पश्चिम उत्तर प्रदेश में रहने वाले हर व्यक्ति का सपना है कि हरित प्रदेश बने। केंद्रीय मत्स्य, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान ने यह बात कही। रविवार को वह पश्चिमी उत्तर प्रदेश के डेयरी किसानों के स्वामित्व वाले संगठन हरित प्रदेश दुग्ध उत्पादक कंपनी का उद्घाटन के अवसर पर बोल रहे थे। मीडिया से बातचीत में उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव के ज्ञानवापी पर दिए बयान पर तंज कसा। कहा कि मुकदमा कोर्ट में है। जो निर्णय होगा सभी के सामने होगा। राहुल गांधी के लंदन से दिए गए बयान पर मंत्री बोले कि वह देश में रहते ही कब हैं। पराग डेयरी की मौत केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रदेश में पराग डेयरी की एक तरह से मौत हो गई है। ऐसे में किसानों को इसकी जरूरत थी। अमूल की तरह ही हरित प्रदेश दुग्ध उत्पादन कंपनी को विकसित किया जाएगा। पराग की दशा सुधारने के लिए अगर प्रदेश सरकार चाहेगी तो राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड से सहायता की जा सकती है। देश में उतरेगी वेटेनरी एंबुलेंस केंद्रीय मंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री की इच्छा पर अगले माह से ही देश में 4500 वेटेनरी एंबुलेंस शुरू हो रही है। उत्तरप्रदेश में 450 वेटेनरी एंबुलेंस रहेगी। टोल फ्री नंबर पर फोन करने पर आधे घंटे के भीतर किसान और पशु पालक के पास यह एंबुलेंस पहुंचेगी। उनके पशुओं का इलाज करेगी। इसमें एक पशु डाक्टर, फार्मेसी और ड्राइवर होंगे। जैसे जैसे मांग बढ़ेगी, एंबुलेंस को बढ़ाया जाएगा। इसमें 60 फीसद खर्च केंद्र सरकार और 40 फीसद राज्य सरकार खर्च करेगी।


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