फसल नष्ट करने पर भड़के किसान, भाकियू की अधिकारियों से हुई नोकझोंक, किसानों ने काम रुकवाया Muzaffarnagar News
रोहाना क्षेत्र में फसल रौंदने पर किसानों का पारा चढ़ गया। अधूरी फसल काटने से गुस्साए किसानों ने नारेबाजी के साथ हंगामा किया। जेसीबी कब्जे में लेकर कर्मचारियों को बंधक बना लिया।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। रोहाना क्षेत्र में फसल रौंदने पर किसानों का पारा चढ़ गया। अधूरी फसल काटने से गुस्साए किसानों ने नारेबाजी के साथ हंगामा किया। जेसीबी कब्जे में लेकर कर्मचारियों को बंधक बना लिया। किसानों ने साफ कहा कि पहले फसल का मुआवजा मिले, उसके बाद ही निर्माण कार्य किया जाए। पुलिस फोर्स के साथ अधिकारी मौके पर पहुंचे। करीब तीन घंटे तक हंगामा चला। भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत भी पहुंच गए। भाकियू नेताओं और अधिकारी के बीच नोकझोंक हुई।
रेलवे की महापरियोजना डेडीकेट फ्रेट कॉरिडोर के लिए ट्रैक के निकट भूमि अधिग्रहण की जा रही है। शुक्रवार को रोहाना क्षेत्र के गांव आखलौर में फसल रौंदकर भूमि को कब्जे में लिया जा रहा था। किसान आक्रोशित हुए, लेकिन अधिकारियों से वार्ता के बाद मान गए। इसके बाद जेसीबी आगे जटनगला, होशियारपुर, बधाईखुर्द, कल्लरपुर, कछौली, बड़कली में पहुंची तो अधूरी फसलों को रौंदने पर किसान भड़क गए। हंगामा और जेसीबी पर कब्जा कर कर्मचारियों को बंधक बना लिया। काम बंद होने की सूचना पर एडीएम वित्त एवं राजस्व आलोक कुमार, एडीएम प्रशासन अमित सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट फोर्स लेकर मौके पर पहुंचे। किसानों से बातचीत की लेकिन वह नहीं माने।
भाकियू राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत किसानों के बीच आए। प्रशासन बिना मुआवजे के फसल काटने पर अड़ गया। इस पर भाकियू नेताओं और अधिकारियों के बीच काफी देर नोकझोंक हुई। तनातनी होने से टकराव के हालात बन गए। राकेश टिकैत ने कहा कि अधिकांश किसानों की फसल कच्ची है। इसे रौंदकर क्या साबित किया जा रहा है। फसल का उचित मुआवजा मिलने तक एक इंच भूमि नहीं दी जाएगी। किसान आर-पार की लड़ाई लडऩे के लिए तैयार हैं। अधिकारियों ने मामले का हल निकालने का आश्वासन देकर किसानों को शांत किया।
इस दौरान भाकियू नेता संजीव भारद्वाज सतीश भारद्वाज, विकास शर्मा, दुष्यन्त बहेडी, आशु मलिक, प्रभात बालियान, बबलू प्रधान, शीलू त्यागी, सोनू, मोनू, नितिन, ऋषि ठाकुर, सुशील मास्टर, संजय, बिट्टू, राहुल समेत सैकड़ो किसान मौजूद रहे।
फोर्स के साथ पहुंचे सीओ सिटी
हंगामा और टकराव के हालात बनते देख सीओ सिटी फोर्स के साथ पहुंचे। किसानों के कब्जे से जेसीबी को छुड़ाया। तत्काल पीएसी लगा दी गई।
पेड़-ट्यूबवेल का मांगा मुआवजा
किसानों ने अधूरी फसल उजाडऩे के साथ प्रति बीघा फसल का मुआवजा मांगा है। गन्ना, पशु चारा के साथ अन्य फसल को बाजार मूल्य के हिसाब से मुआवजा तय करने की मांग रखी। जिस खेत में ट्यूबवेल आएगा, प्रशासन उसका मुआवजा देगा या किसान को ट्यूबवेल लगवाकर देगा। इसके बाद ही खेतों में जेसीबी मशीन को पहुंचने दिया जाएगा।
काम रुका, कर्मचारी लौटे
भूमि अधिग्रहण कर रही टीम किसानो के आगे पस्त पड़ गई। सैकड़ों किसान एकत्र हो गए। रुका हुआ काम वार्ता के बाद भी चालू नहीं हो सका। अधिकारी भी बैरंग लौट गए।