Kisan Andolan: दशहरा पर पुतले दहन करेंगे किसान संगठन, 18 को रेल रोकने की तैयारी, मेरठ में ऐसे कर रहे तैयारी
लखीमपुर खीरी में जो कुछ भी हुआ उसे लेकर अभी किसानों में रोष पनप रहा है। संयुक्त किसान मोर्चा ने तय किया है कि इस हिंसा का जवाब शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक जन-आंदोलन के जरिए दिया जाएगा। किसानों के हितों के लिए आंदोलनों को आगे भी जारी रखा जाएगा।
मेरठ, जागरण संवाददाता। Farmer organizations लखीमपुर खीरी हत्याकांड के विरोध में किसान लामबंद हैं। संयुक्त किसान मोर्चा का कहना है कि भारत के किसान आंदोलन के इतिहास में इसे एक दर्दनाक अध्याय की तरह याद किया जाएगा। पदाधिकारियों का कहना है कि यह स्पष्ट है घटना अचानक नहीं हुई। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी ने पहले एक समुदाय विशेष के किसानों को धमकी दी, फिर विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों को उकसाने की कोशिश की, फिर उनके बेटे ने वापस जा रहे किसानों को पीछे से गाड़ी चलाकर रौंद दिया। जिसमें चार किसानों और एक पत्रकार की मौत हुई।
यह किया गया तय
संयुक्त किसान मोर्चा ने तय किया है कि इस हिंसा का जवाब शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक जन-आंदोलन के जरिए दिया जाएगा। संयुक्त किसान मोर्चा की मांग है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाए और द्वेष फैलाने, हत्या और षडयंत्र के आरोप में गिरफ्तार किया जाए। इसके अलावा हत्या के आरोपित मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा (मोनू) और उसके सहयोगियों (जिनमें सुमित जयसवाल और अंकित दास के नाम सामने आए हैं) को तुरंत गिरफ्तार किया जाए।
संयुक्त किसान मोर्चा ने किया यह ऐलान
(1) अंतिम अरदास के बाद लखीमपुर खीरी से शहीद किसानों के अस्थि कलश लेकर शहीद किसान यात्रा निकाली जाएगी। यह यात्रा उत्तर प्रदेश के प्रत्येक जिले और देश के प्रत्येक राज्य के लिए अलग-अलग अस्थि कलश लेकर शुरू की जाएगी। इस यात्रा का समापन हर जिले और राज्य में किसी पवित्र या ऐतिहासिक स्थान पर किया जाएगा।
(2) दशहरा के अवसर पर 15 अक्टूबर को किसान विरोधी भाजपा सरकार के प्रतिरूप नरेंद्र मोदी, अमित शाह और स्थानीय नेताओं के पुतले जला कर उनके झूठ का दहन किया जाएगा।
(3) 18 अक्टूबर को देश भर में सुबह 10 बजे से 4 बजे तक रेल रोको आंदोलन आयोजित किया जाएगा।
(4) 26 अक्टूबर को संयुक्त किसान मोर्चा लखनऊ में लखीमपुर कांड के विरोध में एक किसान महापंचायत का आयोजन करेगा।