आलू के बीज के लिए उद्यान विभाग के चक्कर लगा रहे किसान, नहीं मिल रही सफलता
जिले के आवंटन प्रक्रिया के तहत उद्यान विभाग को 1200 कुंतल आलू का बीज प्राप्त हुआ था। लेकिन जिले से 535 किसानों ने दस हजार कुंतल की मांग को प्रस्तुत किया। मांग पूरी न होने पर उद्यान विभाग में किसानों ने हंगामा किया।
मेरठ, जेएनएन। रबी फसलों में मुख्य आलू की बुआई के लिए किसानों को उद्यान विभाग ने बीज का वितरण किया। लेकिन किसानों को आलू का बीज आवश्यकतानुसार मात्रा में उपलब्ध नहीं हो सका। 12 अक्टूबर को सर्किट हाउस स्थित उद्यान विभाग कार्यालय में आलू के बीज का वितरण किया गया था। लेकिन उद्यान विभाग में बीज की उपलब्धता किसानों की आवश्यकता को पूरी नहीं कर सकी। नतीजन, पिछले आठ दिनों से किसान उद्यान विभाग के चक्कर लगा रहे हैं।
किसानों ने किया हंगामा
जिले के आवंटन प्रक्रिया के तहत उद्यान विभाग को 1200 कुंतल आलू का बीज प्राप्त हुआ था। लेकिन जिले से 535 किसानों ने दस हजार कुंतल की मांग को प्रस्तुत किया। मांग पूरी न होने पर उद्यान विभाग में किसानों ने हंगामा किया। लेकिन बाद में कृषि अधिकारियों ने किसी तरह किसानों को समझा-बुझाकर शांत कराया। जिले को आवंटित बीज के वितरण के लिए डीएम द्वारा समिति गठित की गई थी।
इन प्रजातियों की मांग
किसानों ने कुफरी मोहन, फ्राइसोना, पुखराज व कुफरी बहार आदि प्रजाति के बीज की सर्वाधिक मांग रखी। उपलब्धता बेहद कम होने के कारण किसानों की मांग पूरी नहीं हो सकी। वहीं, अधिकतर किसान क्षेत्रीय विधायकों की सिफारिश लेकर उद्यान विभाग आलू का बीज लेने पहुंच रहे हैं। लेकिन किसानों को मायूसी के अलावा कुछ हासिल नहीं हुआ। जिला उद्यान अधिकारी आरएस राठौर ने बताया कि समिति के निर्णय अनुसार ही बीज का आवंटन किया गया है।