मेरठ में उम्मीदें 2021: लागू होगी नई शिक्षा नीति, CCSU में बढ़ेंगे रोजगारपरक कोर्स
करीब एक हजार से अधिक कालेजों की मान्यता देने वाला चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय सत्र 2021 से नई शिक्षा नीति को पूरी तरह से लागू करने की तैयारी में है। इसके तहत विश्वविद्यालय और कालेजों में स्नातक स्तर पर कई रोजगारपरक कोर्स शुरू किए जाएंगे।
मेरठ, [विवेक राव]। शिक्षा के क्षेत्र में 2021 संभावनाओं से भरा हुआ साल दिख रहा है। कोविड के चलते शिक्षा के क्षेत्र में कई बदलाव हुए हैं, उसे आगे बढ़ाने के लिए विश्वविद्यालय स्तर पर पूरी तैयारी भी चल रही है। इस साल उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सबसे बड़ा बदलाव नई शिक्षा को लागू करने को लेकर रहेगा। करीब एक हजार से अधिक कालेजों की मान्यता देने वाला चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय सत्र 2021 से नई शिक्षा नीति को पूरी तरह से लागू करने की तैयारी में है। इसके तहत विश्वविद्यालय और कालेजों में स्नातक स्तर पर कई रोजगारपरक कोर्स शुरू किए जाएंगे।
व्यवस्था को किया जाएगा सक्रिय सीसीएसयू समेत पूरे प्रदेश के राज्य विश्वविद्यालयों के लिए एक साथ स्नातक स्तर पर नई शिक्षा नीति के तहत सिलेबस तैयार किया जा रहा है। इस महीने में यह सिलेबस बनकर तैयार हो जाएगा। इसके बाद मार्च 2021 में विवि स्तर पर बोर्ड आफ स्टडीज की बैठक कर विवि के सिलेबस तैयार किए जाएंगे। विवि स्तर पर इस साल पूरी कोशिश डिजिटल प्लेटफार्म को और अधिक सक्रिय करने की है, जिससे छात्र-छात्रओं को पढ़ाई के अलावा किसी भी काम के लिए विवि में नहीं आना पड़ेगा। छात्रों की डिग्री और मार्कशीट उनके घर तक पहुंचाई जा रही है। व्यवस्था को इस साल और भी सक्रिय किया जाएगा।
अंडर ग्रेजुएट कोर्स खुलेंगे
विश्वविद्यालय में एमफिल पाठ्यक्रम बंद हो चुका है। इस साल अंडर ग्रेजुएट कोर्स अधिक से अधिक खोलने की तैयारी है। जिससे छात्रों को अधिक से अधिक रोजगार मिल सके। विश्वविद्यालय स्तर पर आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस, डेटा साइंस, मशीन लर्निंग, फूड साइंस एंड टेक्नोलोजी जैसे नए कोर्स खोले जाएंगे।
कालेजों का बोझ हो सकता है कम
सहारनपुर राज्य विश्वविद्यालय इस साल अपने स्वरूप को प्राप्त कर सकता है। इसके बाद सीसीएसयू से तीन सौ के करीब कालेजों की जिम्मेदारी सहारनपुर को मिल सकती है। गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय को भी संबद्धता का अधिकार मिल सकता है। इससे सीसीएसयू पर कालेजों को बोझ कम होगा, जो प्रशासनिक लिहाज से विश्वविद्यालय के लिए बेहतर रहेगा।
इनका कहना है...
सत्र 2021 से विवि नई शिक्षा नीति के तहत स्नातक स्तर पर पाठ्यक्रम शुरू कर देगा। इसमें छात्रों को मल्टीपल एंट्री और एग्जिट की सुविधा रहेगी। स्नातक में एक साल पढ़ाई करने वाले छात्रों को सर्टिफिकेट, दो साल पर डिप्लोमा और तीन साल पर डिग्री लेने की व्यवस्था रहेगी। डेटा क्रेडिट बैंक में छात्रों के अंक भी अपलोड किए जाएंगे। जिससे अपनी सुविधा के अनुसार एक विवि से दूसरे विवि में जा सकेंगे। छात्रों को रोजगार मिल सके, ऐसे कोर्स खोले जाएंगे।
- प्रो. एनके तनेजा, कुलपति, सीसीएसयू, मेरठ