सीसीएसयू में गलत मूल्यांकन पर डिबार होंगे परीक्षक, दोबारा से कापियों की जांच में मिल रही गड़बड़ी
सीसीएसयू की कापियों के मूल्यांकन में कुछ परीक्षक लापरवाही बरत रहे हैं। दोबारा से कापियों की जांच में परीक्षकों की गड़बड़ी देखने को मिल रही है। छात्रों की शिकायत हैं कि उनकी कापियां सही से नहीं जंच रही है। फिर से मूल्यांकन में मिल रही गड़बड़ी।
मेरठ, जेएनएन। चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय (सीसीएसयू) की कापियों के मूल्यांकन में कुछ परीक्षक लापरवाही बरत रहे हैं। दोबारा से कापियों की जांच में परीक्षकों की गड़बड़ी देखने को मिल रही है। छात्रों की शिकायत हैं कि उनकी कापियां सही से नहीं जंच रही है। विवि में पुर्नमूल्यांकन की भी सुविधा दी गई है। ऐसे में विश्वविद्यालय उन परीक्षकों पर निगरानी रखने लगा है जिनकी सबसे अधिक शिकायत है। लापरवाह परीक्षकों को विवि डिबार भी कर सकता है।
विवि की मुख्य परीक्षा के बाद अब मूल्यांकन शुरू कर दिया गया है। अक्टूबर तक स्नातक और परास्नातक की कापियों का मूल्यांकन पूरा कर लिया जाएगा। नवंबर तक छात्रों का रिजल्ट निकल जाएगा। विवि में अभी मूल्यांकन की केंद्रीकृत व्यवस्था की गई है। जिसमें विश्वविद्यालय में आकर शिक्षक मूल्यांकन के कार्य कर रहें हैं। केंद्रीकृत व्यवस्था होने की वजह से बहुत से रेगुलर शिक्षक मूल्यांकन कार्य में रुचि नहीं दिखाते हैं। जिससे विवि में मूल्यांकन का कार्य प्रभावित होता है। रेगुलर शिक्षकों को मूल्यांकन के कार्य से जोडऩे के लिए विवि कोशिश कर रहा है। साथ ही शिक्षकों को मूल्यांकन के कार्य को सावधानी से करने पर भी जोर दिया जा रहा है। ताकि किसी भी छात्र के साथ अन्याय न हो सके। कम से कम छात्र पुर्नमूल्यांकन के लिए आवेदन करें।