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पीसीएस की परीक्षा में करवाचौथ का दिखा असर

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की प्रांतीय सिविल सेवा (पीसीएस) की प्रारंभिक परीक्षा रविवार को 53 केंद्रों पर हुई। दो पालियों में हुई इस परीक्षा में करीब 24672 अभ्यर्थी पंजीकृत थे।

By JagranEdited By: Published: Mon, 25 Oct 2021 08:43 AM (IST)Updated: Mon, 25 Oct 2021 08:43 AM (IST)
पीसीएस की परीक्षा में करवाचौथ का दिखा असर
पीसीएस की परीक्षा में करवाचौथ का दिखा असर

मेरठ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की प्रांतीय सिविल सेवा (पीसीएस) की प्रारंभिक परीक्षा रविवार को 53 केंद्रों पर हुई। दो पालियों में हुई इस परीक्षा में करीब 24672 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। जिसमें केवल 10309 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। 14 हजार 363 अभ्यर्थी गैरहाजिर रहे। महिला अभ्यर्थियों की संख्या परीक्षा में कम दिखी। पीसीएस प्री की परीक्षा में पहली पाली सुबह 9.30 बजे से 11.30 बजे तक चली। जिसमें सामान्य ज्ञान आधारित सवाल पूछे गए थे। दूसरी पाली दोपहर 2.30 बजे से 4.30 बजे तक चली। इसमें सीसेट से संबंधित सवाल रहे। परीक्षा में निगेटिव मार्किंग थी। करवाचौथ से महिलाओं की उपस्थिति कम

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पीसीएस परीक्षा में परीक्षा देने वालों से अधिक परीक्षा छोड़ने वाले रहे। शहर के ज्यादातर परीक्षा केंद्रों पर महिला अभ्यर्थियों की संख्या कम दिखी। इसका एक बड़ा कारण करवाचौथ को भी बताया गया। जिसकी वजह से प्रारंभिक परीक्षा में बहुत सी महिलाएं शामिल नहीं हो पाईं। पीसीएस प्री की परीक्षा करवाचौथ के दिन होने को लेकर पूर्व में चौधरी चरण सिंह विवि के कुछ छात्र- छात्राओं की ओर से विरोध भी जताया गया था। आयोग को इसे लेकर पत्र भी लिखा गया था। जला दिए गए बचे प्रश्नपत्र

पीसीएस प्री की परीक्षा में एक अजीब स्थिति दिखी। आयोग के निर्देश पर परीक्षा के बाद सभी केंद्रों पर जो प्रश्नपत्र बुकलेट उपयोग होने से बचे थे। कुछ केंद्र के प्रधानाचार्यों के अनुसार उन सभी प्रश्नपत्र बुकलेट को केंद्र अधीक्षक की मौजूदगी में जला दिया गया है। एक परीक्षा केंद्र पर करीब 480 छात्र-छात्राएं पंजीकृत थे। इसमें से पहली पाली में करीब 200 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए। दूसरी पाली में भी 200 अभ्यर्थी रहे। इस तरह पहली और दूसरी पाली में 400 से अधिक प्रश्नपुस्तिका एक परीक्षा केंद्र पर बची रही। जिसे बाद में आग के हवाले कर दिया गया। इसे लेकर कई केंद्रों पर चर्चा रही। केंद्र के अधीक्षक की माने तो आयोग की ओर से ऐसा पहले से ही आदेश था। हालांकि परीक्षा कराने वाले अधिकारियों के अनुसार प्रश्नपत्र जलाए नहीं गए, उन्हें नष्ट करने के लिए कुतर दिया गया। करंट अफेयर्स व कोरोना संबंधी पूछे सवाल

परीक्षा में सामान्य अध्ययन में करंट अफेयर्स से सबसे अधिक सवाल पूछे गए थे। परीक्षार्थियों के अनुसार सीसेट की परीक्षा में प्रश्न कुछ उलझाने वाले रहे। सामान्य अध्ययन में पावर्टी एंड अनब्रिटिश रूल इन इंडिया पुस्तक के प्रकाशन वर्ष, सबसे कम जनसंख्या घनत्व वाला प्रदेश, भारतीय संसद में शून्य काल का अर्थ, एलपीजी का मुख्य अवयव, कोविड महामारी की दूसरी लहर में नाइट्रोजन को आक्सीजन जेनरेटर में बदलने का प्रदर्शन करने वाले संस्थान का नाम जैसे सवाल पूछे गए थे। परीक्षा के बाद केंद्रों से बाहर मोबाइल से प्रश्नों को एक दूसरे से मिलान करते नजर आए।


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