मोदी कालोनी में फैल सकती है बीमारी, हैंडपंप का पीला व कड़वा पानी को मजबूर Meerut News
मेरठ में मेन सप्लाई बंद होने के बाद 250 परिवारों के सामने मंडरा रहा पेयजल का संकट।
मेरठ, जेएनएन। मोदी कालोनी में पेयल का संकट गहरता जा रहा है। दो दिन पूर्व मोदी कंपनी के अधिकारियों ने तय समय सीमा 16 अगस्त की रात को पेयजल की सप्लाई बंद कर दी थी। उसके बाद कालोनी वालों ने सरकारी हैंडपंप से पीने और नहाने के लिए पानी भरा। मगर, हैंडपंप से पीले रंग का कड़वा और खारा पानी निकल रहा है। जिसे पीने से लोगों को बीमारी फैलने का खतरा मंडरा रहा है।
इस वजह से हो रहा पेयजल का संकट
मोदी कालोनी में बिजली व पानी को लेकर करीब 250 परिवार रहते हैं। इनमें से 110 कर्मचारी कॉन्टीनेंटल कंपनी में कार्यरत हैं, जबकि बाकी मोदी रबर और कॉन्टीनेंटल से रिटायर्ड हो चुके हैं। दो सप्ताह पूर्व मोदी कंपनी ने कालोनी में पानी की सप्लाई यह कहते हुए बंद की थी कि उन्हें मेंटीनेंस, पानी, सफाई और स्ट्रीट लाइट का भुगतान नहीं मिल पा रहा है। कॉन्टीनेंटल में कार्यरत कर्मचारियों का कहना है कि उनके वेतन से हाउस रेंट व अन्य भत्ते कॉन्टीनेंटल में कट रहे हैं, मगर 15 अगस्त को दोनों कंपनी में करार खत्म होने के बाद मोदी कंपनी में जमा नहीं हो रहे। इसी वजह से बिजली, पानी की सप्लाई ठप हो रही है। एक अगस्त को कैंट विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल ने मोदी कंपनी के अधिकारियों से वार्ता कर 15 अगस्त तक पेयजल सप्लाई चालू रखने को कहा। मोदी कंपनी ने 16 अगस्त की रात में पेयजल की सप्लाई फिर काट दी थी।
पीने का पानी खरीदकर पी रहे
निशा गोस्वामी, कमला शर्मा, अरूण तिवारी, बलवंत सिंह, अमरनाथ शर्मा, गीता देवी, आरएन तिवारी, सुरेश गिरी, पुष्पा देवी, उर्मिला, संध्या, सुमन आदि ने बताया कि पेयजल की सप्लाई काट दी गई है। हैंडपंप से पानी पीला व कड़वा निकल रहा है, जो पीने योग्य नहीं है। बीमारी फैलने का खतरा मंडरा रहा है। पीने का पानी बाजार से बोतलें खरीदकर ला रहे हैं।
इनका कहना है
कॉन्टीनेंटल कंपनी से तय करार 15 जुलाई को खत्म हो गया था। बिजली और पानी का भुगतान जमा नहीं हाे पा रहा है। ऐसे में कंपनी पर बेवजह आर्थिक भार पड़ रहा है। विधायक से तय तिथि के बाद ही पानी सप्लाई बंद की है।
- राज, मैनेजर-मोदी कंपनी गेस्ट हाउस।