ISC-ICSE Board Exam 2021: आइएससी-आइसीएसई बोर्ड परीक्षा में संसय बरकरार, मध्य मार्च से ही नया सत्र
सीबीएसई की ओर से बोर्ड परीक्षा की डेटशीट जारी किए जाने के बाद काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन यानी सीआइएससीई से मान्यता प्राप्त आइएससी और आइसीएसई स्कूलों में 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा को लेकर चहल कदमी काफी बढ़ गई है।
मेरठ, जेएनएन। सीबीएसई की ओर से बोर्ड परीक्षा की डेटशीट जारी किए जाने के बाद काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन यानी सीआइएससीई से मान्यता प्राप्त आइएससी और आइसीएसई स्कूलों में 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा को लेकर चहल कदमी काफी बढ़ गई है। स्कूलों की ओर से बोर्ड परीक्षा और नए सत्र को लेकर काउंसिल से बहुत सारे सवाल पूछे जाने पर काउंसिल ने जो जवाब दिया है, उसके बाद भी बोर्ड परीक्षा को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। सीआईएससीई के अनुसार वर्ष 2021 की आईसीएसई आईएससी की बोर्ड परीक्षाएं सामान्य तौर पर फरवरी-मार्च में होती थी जो इस महामारी के समय में नहीं होंगी। महामारी की परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए परीक्षा में देरी की पूरी गुंजाइश व संभावना है। इसके साथ ही पांच राज्यों में चुनाव को लेकर भी काउंसिल स्तर पर विचार विमर्श किया जा रहा है। चुनाव की तिथियों से बोर्ड परीक्षा से न टकराए इस बात को ध्यान में रखते हुए काउंसिल अपनी तैयारियां कर रहा है। इसलिए बोर्ड परीक्षा की तिथियां बाद में घोषित की जाएंगी। काउंसिल ने यह जरूर कहा है कि समय रहते स्कूलों को बोर्ड परीक्षा की तिथियों की जानकारी दी जाएंगी, लेकिन फिलहाल स्थिति स्पष्ट नहीं है।
वहीं दूसरी ओर स्कूलों में नए सत्र को लेकर भी काफी असमंजस की स्थिति बनी हुई है। बोर्ड परीक्षाओं के इर्द-गिर्द ही स्कूल नए सत्र का ताना-बाना भी बुनते हैं। इसलिए भी काउंसिल से बार-बार स्कूलों की ओर से यह पूछा जा रहा है कि बोर्ड परीक्षा और नया सत्र कब शुरू होगा। बोर्ड परीक्षा के अलावा काउंसिल ने नए सत्र को लेकर स्थिति स्पष्ट कर दी है। काउंसिल के चीफ एग्जीक्यूटिव एवं सचिव गैरी अराथून की ओर से सभी स्कूलों को जारी संदेश में स्पष्ट किया गया है कि सत्र 2021-22 में भी स्कूल खुलने का समय पिछले सालों की तरह ही समान होगा। काउंसिल ने कहा कि साल 2022 के रेगुलेशन सिलेबस में दिए गए निर्देश के अनुसार एकेडमिक ईयर मार्च के मध्य से और जून के प्रथम सप्ताह से ही शुरू होगा। वहीं पहाड़ी क्षेत्रों में स्कूलों का सत्र फरवरी से शुरू होता है और इस साल भी फरवरी से ही शुरू होगा। काउंसिल ने सत्र को लेकर एकरूपता बनाए रखने के लिए इसी समय सारणी पर स्कूलों को नया सत्र शुरू करने को कहा है जिससे स्कूलों में शिक्षण व्यवस्था एक समान बनी रहे।