कोठी तोड़ने से पहले कार्रवाई न दम 'तोड़' दे
ढाई लाख के इनामी बदन सिंह बद्दो की कोठी का शनिवार को एमडीए की टीम पांच फीसद हिस्सा ही तोड़ पाई। यानी तीन दिन में 75 फीसद हिस्सा टूट पाया है।
मेरठ, जेएनएन। ढाई लाख के इनामी बदन सिंह बद्दो की कोठी का शनिवार को एमडीए की टीम पांच फीसद हिस्सा ही तोड़ पाई। यानी तीन दिन में 75 फीसद हिस्सा टूट पाया है। कोठी के बाकी हिस्से पर हथौड़े से तोड़ने के निशान बनाए जा रहे हैं। माना जा रहा है कि एमडीए की टीम बाकी हिस्से को ज्यों का त्यों छोड़ने जा रही है। जिस तरह सिर्फ आठ मजदूर लगाए गए हैं, उससे साफ है कि कोठी का 25 फीसद हिस्सा एक सप्ताह तक भी नहीं टूट पाएगा। पंजाबीपुरा निवासी कुख्यात बदन सिंह बद्दो 28 मार्च 2019 को फरार हो गया था। उसकी फरारी में सहयोग करने में बेटे सिकंदर को भी नामजद किया गया था। बदन सिंह बद्दो और सिकंदर को पुलिस अभी तक पकड़ नहीं पाई। सिकंदर पर अभी तक इनाम भी नहीं किया गया है। बदन सिंह की फरारी पर होईकोर्ट ने प्रमुख सचिव गृह से जवाब मांगा था, जिसके बाद पुलिस सक्रिय हुई। बदन सिंह बद्दो के घर की कुर्की की गई। साथ ही बदन सिंह और उसके सहयोगियों पर गैंगस्टर की कार्रवाई भी की गई। गुरुवार को कोठी पर बुलडोजर चलाया गया।
मलबा हटाने के बाद ही टूटेगी पूरी कोठी
कोठी के चारों तरफ मलबा पड़ा हुआ है। इस मलबे को उठाने से सभी विभागों ने हाथ खींच लिए हैं। मलबे की वजह से ही कोठी के अंदर तक बुलडोजर नहीं पहुंच पा रहा है। ऐसे में साफ है कि मलबा नहीं उठा तो कोठी के बाकी हिस्से को मजदूरों से तुड़वाना भी संभव नहीं है। एमडीए के डिप्टी कलेक्टर मनोज सिंह ने बताया कि अभी कोठी को मजदूरों से तुड़वाया जा रहा है। मलबे को हटाने के लिए भी अन्य विभागों से चर्चा की जाएगी।
इन्होंने कहा-
कोठी को तुड़वाने का काम एमडीए का है। पुलिस का कार्य सिर्फ कानून व्यवस्था का पालन कराना है, जिसके मद्देनजर कोठी पर पुलिस बल लगा हुआ है। गैंगस्टर एक्ट में 14ए की कार्रवाई के तहत ही पुलिस बदन सिंह की संपत्ति जब्त कर सकती है, जिसकी प्रक्रिया अभी जारी है।
-अजय साहनी, एसएसपी