Corona Effect on Industry: सुधार की दिशा में तेजी से आगे बढ़ेंगी घरेलू इंडस्ट्रीज, जाने क्या कहते हैं विशेषज्ञ Meerut News
दैनिक जागरण की अकादमिक वेबगोष्ठी में अतिथि वक्ता प्रो. वीके मल्होत्रा ने अपने विचार रखते हुए कहा कि आइपीएल से मेरठ उद्योग की उम्मीदें बढ़ गई हैं।
मेरठ, जेएनएन। कोविड -19 के संक्रमण से बचाने के लिए लंबे समय तक लॉकडाउन रहा। अब धीरे- धीरे देश और प्रदेश अनलॉक की ओर कदम बढ़ा चुका है। जहां सरकार के साथ आम जन तक की जिम्मेदारी और बढ़ गई है। ऐेसे समय में जान के साथ जहान भी जरूरी है। जिस तरह की स्थिति दिख रही है, उसमें एकाएक कोरोना का संक्रमण खत्म नहीं होने वाला है। लेकिन अगर सोशल डिस्टेसिंग और अन्य प्रोटोकाल का पालन करते हुए कोरोना से बचते हुए व्यापार, कारोबार और बाजार को आगे बढ़ाया जा सकता है। सोमवार को दैनिक जागरण की अकादमिक वेब गोष्ठी में कोरोना से बचते हुए कारोबार को कैसे गति दी जाए, इस पर इंडियन काउंसिल आफ सोशल साइंस रिसर्च (आइसीएसएसआर) के मेंबर सेक्रेटरी व अर्थशास्त्री प्रो. वीके मल्होत्रा ने विस्तार से प्रकाश डाला।
अब कोरोना से बेहतर रिकवरी
कोरोना महामारी ने निपटने के लिए भारत के सामने कई चुनौतियां आईं। यूरोप के कई देशों के मुकाबले में भारत की जनसंख्या अधिक है। साक्षरता और मेडिकल की आधारभूत ढांचे में कमी होने के बाद भी रिकवरी का रेट अच्छा रहा है। जैसे लॉकडाउन देश के सामने एक कठिन विकल्प था, उसी तरह से अनलॉक भी एक कठिन समय का विकल्प है। लॉकडाउन में आर्थिक गतिविधियों पर प्रतिकूल असर पड़ा है। बावजूद अब कुछ सकारात्मक संकेत दिखाई देने लगे हैं। रिकवरी का प्रतिशत 75 से 80 फीसद से अधिक हुआ है। मई में देश में डेथ रेट 3.5 फीसद था, वह 15 दिन में घटकर 2.2 पर पहुंच गया है।
बाजार होंगे सामान्य
जैसे-जैसे वायरस का प्रभाव कम होगा, मेडिकल सेवाएं बेहतर होंगी, लोगों इस वायरस को समझेंगे, इससे बचने के लिए जरूरी प्रोटोकाल का पालन करेंगे। एक बार फिर बाजार और कारोबार अपने सामान्य स्थिति में लौटेगा। जैसा ही लोग अब इसे समझ भी रहे हैं, जब तक वायरस का कोई वैक्सीन नहीं आ जाता है। इससे बचते हुए आगे बढऩे की चुनौती रहेगी।
इंडस्ट्रीज का तकनीकी से बढ़ेगा साथ
कोविड काल में जो इंडस्ट्रीज तकनीकी के सहारे थीं, ऐसी इंडस्ट्रीज तेजी से आगे बढ़ेंगी। अपने नुकसान को वह जल्द क्षतिपूर्ति करेंगी। अन्य इंडस्ट्रीज को भी तकनीकी का साथ पकडऩा पड़ेगा। वहीं दूसरी ओर घरेलू इंडस्ट्रीज सुधार की दिशा में आगे बढ़ रहीं हैं। इंटरनेशनल स्तर पर जो इंडस्ट्रीज जुड़ी हैं, सितंबर के बाद उम्मीद है कि उनकी सप्लाई चेन खुल जाए।
आइपीएल खेल इंडस्ट्रीज का गेम चेंजर
जिस तरह से सितंबर में आइपीएल मैच शुरू होने की संभावना बनी है, मेरठ के स्पोटर्स इंडस्ट्रीज के लिए यह एक गेम चेंजर होगा। यह इंडस्ट्रीज तेजी से अपनी रिकवरी कर लेगी। पश्चिम उत्तर प्रदेश चीनी उद्योग ग्रामीण क्षेत्र से जुड़ा है। इस पर कोविड का असर नहीं दिखेगा। अन्य बाजार और कारोबार भविष्य की संभावनाओं को देखते हुए आगे बढ़ेंगे। कुल मिलाकर जैसे जैसे कोविड कमजोर होगा और लोगों का आत्मविश्वास बढ़ेगा, बाजार, कारोबार और व्यापार तेजी से आगे बढ़ेंगे। पिछले साल के बराबर जीडीपी रहने की उम्मीद है।