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दीपावली पर इमरजेंसी में मुस्तैद रहेंगे डॉक्टर, हेल्पलाइन नंबर जारी

दीवाली पर किसी भी अनहोनी से निपटने के लिए पुलिस-प्रशासन के साथ-साथ डॉक्टर भी तैयार हैं। मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल में डॉक्टरों की इमरजेंसी ड्यूटी लगाई गई है।

By Ashu SinghEdited By: Published: Tue, 06 Nov 2018 02:20 PM (IST)Updated: Tue, 06 Nov 2018 02:20 PM (IST)
दीपावली पर इमरजेंसी में मुस्तैद रहेंगे डॉक्टर, हेल्पलाइन नंबर जारी
दीपावली पर इमरजेंसी में मुस्तैद रहेंगे डॉक्टर, हेल्पलाइन नंबर जारी
मेरठ (जेएनएन)। दीपावली पर पटाखों और अन्य प्रकार की होने वाली दुर्घटनाओं को लेकर आपातकालीन सेवाएं अलर्ट पर रहेंगी। मेडिकल कॉलेज और प्यारेलाल शर्मा जिला अस्पताल में नेत्र, ईएनटी और सर्जरी के डॉक्टर चौबीस घंटे ड्यूटी पर तैनात रहेंगे। दिशा-निर्देश अस्पताल प्रमुखों की ओर से विभागों को जारी कर दिए गए हैं।
लगाई गई ड्यूटी
लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज के आपातकालीन विभाग में नेत्र रोग, ईएनटी, सर्जरी के तीन-तीन जूनियर रेजीडेंट और एक-एक सीनियर रेजीडेंट की ड्यूटी लगाई गई है। वहीं, प्यारेलाल शर्मा जिला अस्पताल में तीन नेत्र रोग विशेषज्ञ, दो सर्जन, तीन ईएनटी और दो अस्थि विभाग के डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई गई है। तीन फिजीशियन और स्किन के डॉक्टर भी इमरजेंसी में मौजूद रहेंगे। क्रिटिकल केयर के लिए एनेस्थीसिया के डॉक्टर मुस्तैद रहेंगे। एंबुलेंस सेवा तत्काल मुहैया कराई जाएगी। पीएल शर्मा जिला अस्पताल में तीन एंबुलेंस और मेडिकल कॉलेज में दो एबुंलेंस मौजूद रहेंगी। चालकों को इमरजेंसी ड्यूटी पर रहने के निर्देश दिए गए हैं। मलहम-पट्टी और दवाइयों के इंतजाम कर लिए गए हैं।
रात की ड्यूटी पर विशेष जोर
डॉक्टरों के अनुसार दीपावली के मौके पर शाम चार से रात एक बजे के बीच सबसे अधिक कैजुअलिटी होती हैं। इस दौरान लोग खूब पटाखे छुड़ाते हैं। धनतेरस से सिलसिला शुरू हो जाता है जो दीपावली के अगले दिन तक चलता है। इमरजेंसी ड्यूटी पर तैनात किए गए डॉक्टरों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि नाइट ड्यूटी पर कोई कोताही नहीं बरती जाएगी।
ये हैं इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर
पटाखों के दौरान आकस्मिक दुर्घटना होने पर हेल्पलाइन नंबर पर फोन कर मदद प्राप्त कर सकते हैं। मेडिकल कॉलेज के आपातकालीन विभाग का हेल्प लाइन नंबर 01212604977 और प्यारेलाल शर्मा जिला अस्पताल का हेल्प लाइन नंबर 9410609434 है। इस पर सूचना दी जा सकती है।
मिट्टी के बर्तन में न जलाएं पटाखे
मिट्टी के बर्तन में रखकर पटाखें न जलाएं। बर्तन का टुकड़ा छिटक पर आंख में पड़ सकता है। तेज आवाज के पटाखों से आंख ओर कान दोनों को नुकसान हो सकता है। आंख में इंजरी होने पर फौरन आंख को पानी से धोएं। आंख को रगड़े और दबाए नहीं। बिना चिकित्सक के आंख की दवाएं न लें। नुकसान हो सकता है।
-डॉ. लोकेश कुमार सिंह, नेत्र रोग विशेषज्ञ, मेडिकल कॉलेज मेरठ।
इनका कहना है
दीपावली पर पटाखों से हादसे होते हैं। जिसे देखते हुए इमरजेंसी में अतिरिक्त चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई गई है। ताकि त्योहार पर हर संभव उपचार मुहैया कराया जा सके।
-डॉ. अजीत चौधरी, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, मेडिकल कॉलेज मेरठ।

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