सरकार की ओर ही न देखें, खुद सुधर कर परिवार बचाएं
सड़क दुर्घटनाओं नए मोटर व्हीकल एक्ट व ब्राजीलिया डिक्लेरेशन पर गहन अध्ययन करके आए छात्र-छात्राओं ने भाषण प्रतियोगिता में सराहना बटोरी साथ ही समाज को कड़ा संदेश भी दिया। सभी की जुबान पर यह आया कि सरकार की ओर ही क्यों देखें खुद सुधर करके परिवार व समाज को बचा सकते हैं।
मेरठ, जेएनएन। सड़क दुर्घटनाओं, नए मोटर व्हीकल एक्ट व ब्राजीलिया डिक्लेरेशन पर गहन अध्ययन करके आए छात्र-छात्राओं ने भाषण प्रतियोगिता में सराहना बटोरी, साथ ही समाज को कड़ा संदेश भी दिया। सभी की जुबान पर यह आया कि सरकार की ओर ही क्यों देखें, खुद सुधर करके परिवार व समाज को बचा सकते हैं। सड़क दुर्घटना में मौत होने पर सरकार पर फर्क नहीं पड़ता, बल्कि परिवार की आर्थिक और सामाजिक दशा पर तुरंत पड़ता है।
डीएन इंटर कॉलेज में हुई मंडल स्तरीय प्रतियोगिता का विषय था 'ब्राजीलिया डिक्लेरेशन के दृष्टिगत सड़क दुर्घटनाओं में 2020 तक त्वरित कमी लाने के लिए उठाए जाने वाले कदम'। इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए प्रत्येक जिले से एक-एक प्रतिभागी आए थे। कुल छह प्रतिभागियों ने अपनी दमदार भाषण शैली से निर्णायक मंडल ही नहीं दर्शकों को जानकारी से भर दिया। किसी ने शायरी भी शामिल की तो किसी ने किसी व्यथा की कहानी। अंत में निर्णायकों ने एलएलबी तृतीय वर्ष की छात्रा आकांक्षा राय को प्रथम, सरधना के सेंट जोजफ गर्ल्स इंटर कॉलेज की बीकॉम प्रथम वर्ष की इल्मा खान को द्वितीय व जनता वैदिक कॉलेज बड़ौत (बागपत) की बीएससी तृतीय वर्ष की संध्या राणा को तृतीय चुना गया। इसमें प्रथम स्थान के लिए 31 हजार, द्वितीय के लिए 21 हजार व तृतीय स्थान के लिए 11 हजार रुपये पुरस्कार दिए गए। वहीं शेष तीन प्रतिभागियों को मिशिका सोसायटी की ओर से 5100 रुपए दिए गए। प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र आरटीओ डॉ. विजय कुमार, आरटीओ प्रवर्तन ओपी सिंह व निर्णायक मंडल के सदस्यों ने प्रदान किए। निर्णायक मंडल में क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी राजीव कुमार गुप्ता, अरुणोदय संस्था की अध्यक्ष अनुभूति चौहान व आरटीओ विजय कुमार शामिल रहे।
इस मौके पर एआरटीओ प्रशासन श्वेता वर्मा, एआरटीओ प्रवर्तन दिनेश कुमार, प्राचार्य बीएस यादव, ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के पिंकी चिन्योटी, बस यूनियन के अध्यक्ष इलियास, डॉ. ईश्वर चंद गंभीर, रोड सेफ्टी क्लब के अमित तिवारी, मीनाक्षी जैन मौजूद रहे।
छात्रों के सुझाव
-गाड़ी में शराब सेंसर लगे। कोई शराब पीकर गाड़ी चलाए तो स्टार्ट ही न हो।
-सड़कों पर गड्ढे न हों।
-ओवरस्पीड और हेलमेट न लगाने पर कार्रवाई और सख्त हो।
यह है ब्राजीलिया डिक्लेरेशन
ब्राजील में नवंबर-2015 में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा सड़क सुरक्षा पर आयोजित वैश्विक सम्मेलन के रोडमैप को ब्राजीलिया डिक्लेरेशन नाम दिया गया। इसमें भारत को भी 2020 तक सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों को आधा करने का लक्ष्य दिया गया था। इसकी संस्तुतियों को ही नए मोटर व्हीकल एक्ट में शामिल किया गया है।
यह बताई गई थी जरूरत
-सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देना
-फुटपाथ बढ़ाए जाएं
-साईकिल से चलने वालों को प्रोत्साहित किया जाए
-प्रशासनिक सुधार हो
-इलेक्ट्रॉनिक इंफोर्समेंट
-ड्राइविंग लाइसेंस व वाहन फिटनेस सर्टिफिकेट की प्रणाली में सुधार
-दुर्घटना पीड़ितों की मदद को बेहतर बनाना। दुर्घटना पीड़ितों को तुरंत (एक घटे या गोल्डन ऑवर के भीतर) अस्पताल पहुंचाना
-सूचना प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल
-सड़कों पर सुरक्षा से संबंधित ढांचागत विकास