जिपं अध्यक्ष चुनाव: मेरठ में टक्कर लायक प्रत्याशी नहीं ढूंढ पा रहा विपक्ष, कई बार की बैठक में भी नहीं हो पाया तय
रालोद-सपा व बसपा अभी तक अलग-अलग या फिर संयुक्त रूप से जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए प्रत्याशी का नाम घोषित नहीं कर पाए हैं। रालोद व सपा की कई बार बैठक हुई। रालोद ने प्रत्याशी तय करने की जिम्मेदारी सपा को दे दी।
मेरठ, जेएनएन। रालोद-सपा व बसपा अभी तक अलग-अलग या फिर संयुक्त रूप से जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए प्रत्याशी का नाम घोषित नहीं कर पाए हैं। रालोद व सपा की कई बार बैठक हुई। रालोद ने प्रत्याशी तय करने की जिम्मेदारी सपा को दे दी। नाम सपा से आए या रालोद से मगर अब तक नाम तय नहीं हो पाया है। बसपा से भी बात चल रही है लेकिन उसकी ओर से भी नाम तय नहीं हो पाया है। हर जगह बैठकों का दौर जारी है। लेकिन बात वहीं आकर अटक जाती है कि सत्तारूढ़ भाजपा के प्रत्याशी को टक्कर कौन दे सकता है।
शाहिद मंजूर बोले, अतुल प्रधान को दी है जिम्मेदारी
पूर्व कैबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर ने बताया कि रालोद व सपा की बैठक हुई। इसमें फिलहाल यह तय हुआ कि अतुल प्रधान प्रत्याशी चयनित करके बताएंगे। उन्होंने कहा कि जो भी नाम तय होगा सपा व रालोद के सभी सदस्य उसे वोट करेंगे। उन्होंने कहा कि बसपा से भी बात चल रही है। उनका भी समर्थन मिलेगा।
जानकारों का कहना, रालोद- सपा के पास प्रत्याशी ही नहीं
राजनीतिक जानकार बताते हैं कि नाम घोषित होने में समय इसलिए लग रहा है क्योंकि पहले रालोद किसी प्रत्याशी का नाम नहीं तय कर पाई और अब सपा भी नाम नहीं सोच पा रही है। जानकार बताते हैं कि सपा यह चाहती है कि जल्दी से बसपा अपना प्रत्याशी तय कर दे तो सपा व रालोद उनका समर्थन कर दें ताकि कहने के लिए भी रहेगा कि बसपा ने नाम तय करने का मौका नहीं दिया।
अनुज के नाम पर लगेगी है मुहर!
बसपा के जिपं सदस्य व दादरी निवासी गुर्जर हैं। बसपा की ओर से उनका नाम आगे किया जा रहा है। अतुल प्रधान के बारे में भी कहा जा रहा है कि गुर्जर होने के नाते वह भी अनुज के नाम पर राजी होंगे।
बसपा चाहती है उसका हो प्रत्याशी
बसपा की ओर से पहले भी कहा गया था वह अपना प्रत्याशी उतारेगी क्योंकि सबसे ज्यादा सदस्य उसी के पास हैं। उधर, रालोद व सपा मिलकर भी नाम नहीं तय कर पाए हैं, ऐसे में बसपा इसका फायदा उठा रही है। बसपा की ओर से यही संदेश दिया जा रहा है कि जो भी प्रत्याशी हो वह बसपा का हो और उसे बसपा का प्रत्याशी कहा जाए। आपसी समझौते के तहत भले ही संयुक्त विपक्ष नाम दिया जाए पर लिखित रूप में बसपा हो। इस पर बसपा के मंडल कोर्डिनेटर सतपाल पेपला का कहना है कि बसपा बड़ी पार्टी है तो स्वाभाविक रूप से उसका प्रत्याशी होना चाहिए। फिर भी सभी से बात चल रही है।
अतुल का दावा, दो दिन में घोषित कर देंगे प्रत्याशी
अतुल प्रधान का कहना है कि दो दिन में विपक्ष का संयुक्त प्रत्याशी घोषित कर दिया जाएगा। बसपा से भी बात चल रही है। विपक्ष हर हाल में अपना प्रत्याशी उतारेगी। पूरा विपक्ष एकजुट है।