जयकारों के साथ भक्तों ने किया गजानन को विदा
मेरठ: भक्तों ने रविवार को गणपति को भक्ति और उल्लास के बीच विदा किया। गणपति की विसर्जन या
मेरठ: भक्तों ने रविवार को गणपति को भक्ति और उल्लास के बीच विदा किया। गणपति की विसर्जन यात्राओं में उड़े अबीर गुलाल से शहर के मार्ग रंगे नजर आए। बुढ़ाना गेट, इंद्रा चौक, ब्रह्मापुरी, लालकुर्ती, शास्त्रीनगर जैसे क्षेत्रों में गणपति के जयकारे गूंजते रहे।
मुंबई की तर्ज पर शहर में गणपति पूजा का क्रेज बढ़ता जा रहा है। रविवार को शायद ही ऐसा कोई मोहल्ला रहा हो जहां से गणपति की विसर्जन यात्रा न निकली हो। बैंड बाजों के साथ बुढ़ाना गेट से गणपति को विसर्जन के लिए ले जाया गया। डीजे की धुन पर महिलाएं और पुरुष झूमते चल रहे थे। शनि धाम बाला जी मंदिर से महामंडलेश्वर महंत महेंद्र दास की अगुवाई में विसर्जन यात्रा निकली। गणपति बप्पा मौरया, अगली बरस फिर से आना के जयकारे के साथ यात्रा सदर थाना, ढोलकी मोहल्ला, आबूलेन, बोंबे बाजार होती हुई काठ का पुल पहुंची जहां से विसर्जन के लिए ब्रजघाट ले जाया गया। यात्रा में काफी संख्या में भक्त शामिल हुए।
शिव चौक बागपत गेट में भोले शंकर शिव मंदिर समिति द्वारा गणपति की स्थापना 13 सितंबर को की गई थी। रविवार को गणपति को 101 किलो लड्डू का भोग लगाया गया। बैंड बाजों और डीजे के साथ निकली यात्रा में राधा कृष्ण का रास, शंकर पार्वती की झांकी आकर्षण का केंद्र रही। बागपत गेट, कबाड़ी बजार, प्याऊ चौपला, देहली गेट चौपला, शारदा रोड, दिल्ली चुंगी, जगदीश मंडप होते हुए यात्रा गुजरी। शास्त्रीनगर से भक्त गणपति की प्रतिमा को विसर्जन के लिए ब्रजघाट ले गए। कुलदीप त्यागी, सरदार बहादुर सिंह, मंजीत सिंह, अमरजीत सिंह, आदि मौजूद रहे।
तेजगढ़ी पर बाइक सवारों ने किया स्टंट
तेजगढ़ी से गुजर रही यात्रा में बाइक सवार भी शामिल हुए। कई बाइक सवार स्टंट करते नजर आए। पुलिस बल मौजूद होने के बावजूद स्टंट कर रहे युवकों को रोकने का प्रयास किसी ने नहीं किया।