डिप्टी सीएमओ का चालक खुद को एडी हेल्थ बताकर कर रहा ठगी
एमएससी की पढ़ाई करने के बाद गढ़ रोड पर रहने वाली रजनी जोशी को नौकरी की तलाश है। रजनी अचानक फोन काल के जरिए मोहित शर्मा के संपर्क में आ गई।
मेरठ, जेएनएन। एमएससी की पढ़ाई करने के बाद गढ़ रोड पर रहने वाली रजनी जोशी को नौकरी की तलाश है। रजनी अचानक फोन काल के जरिए मोहित शर्मा के संपर्क में आ गई। मोहित ने रजनी को स्वास्थ्य विभाग में क्लर्क की नौकरी दिलाने का झासा दिया। पहले उससे नौ हजार का एक बैंक ड्राफ्ट बनवाया। उसके बाद आनलाइन आवेदन कराया। फिर अपने खाते में दो बार में पचास हजार की रकम फोन-पे के जरिये स्थानातरण करा ली। रकम स्थानातरण होने के बाद रजनी ने अपने भाई संजय जोशी को मामले की जानकारी दी। संजय को लगा कि अचानक ही फोन-पे के जरिये नौकरी लगवाने वाला ठग हो सकता है। तभी संजय की तरफ से साइबर सेल में मामले की शिकायत की गई।
साइबर सेल के प्रभारी राघवेंद्र ने बताया कि रजनी जोशी से हुई ठगी पर काम किया गया। सामने आया कि ठगी करने वाला मोहित शर्मा हैं, जो मूलरूप से मुजफ्फरनगर का रहने वाला है। उसके माता-पिता पल्लवपुरम में रहते हैं। साइबर की टीम मोहित शर्मा के माता-पिता से मिलने गई थी। उसके दूसरे दिन मोहित शर्मा घर से अपने माता पिता को भी ले गया। उनके घर पर ताला लटका हुआ है। मोहित शर्मा डिप्टी सीएमओ का चालक रह चुका है। वह स्वास्थ्य विभाग में नौकरी लगवाने का झासा देकर रकम ठग लेता है। मोहित के खिलाफ मेडिकल थाने में दो, नौचंदी और सिविल लाइन में एक-एक मुकदमा ठगी का पहले से ही दर्ज है। उसके बाद भी मोहित शर्मा लगातार ठगी कर रहा है। साइबर सेल की टीम ने मोहित शर्मा की सीसीटीवी फुटेज भी कब्जे में ले ली है। पल्लवपुरम से फरारी के बाद पुलिस मोहित शर्मा की तलाश कर रही है। 20 दिनों में 140 साइबर ठगी हुई
साइबर अपराध की घटनाएं बढ़ती जा रही है। जनवरी के बीस दिनों में साइबर सेल के पास 140 शिकायतें साइबर अपराध की आ चुकी है। यानि हर रोज मेरठ के सात लोगों साइबर ठग अपना शिकार बना रहे है। हैरत की बात है कि गुगल-पे, पेटीएम समेत अन्य एप से रकम अपने खाते में डलवा लेते है। मोहित शर्मा ने रजनी जोशी से एक दुकानदार के खाते में बीस और तीस हजार की रकम डलवा ली। दुकानदार से शापिंग कर मोहित शर्मा फरार हो गया है। मोबाइल स्वामी के उड़ाए 45 हजार
टीपीनगर के रहने वाले शिवपुरम निवासी राहुल कुमार मोबाइल की दुकान करते हैं। राहुल कुमार ने मोबाइल पर रिचार्ज किया था। रिचार्ज नहीं होने पर उसने गुगल से नंबर उठाकर कस्टमर केयर का नंबर समझकर काल की। कालर ने उसे एक एप डाउनलोड करने के लिए कहा। राहुल ने एप डाउनलोड करने के बाद कालर को ओटीपी बता दी। उसके बाद उसके खाते से 45 हजार की रकम कट गई। राहुल की तरफ से साइबर सेल को मामले की शिकायत की गई।
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साइबर अपराध की घटनाओं पर साइबर सेल की टीम काम का कर रही है। इसके लिए लोगों को जागरूक रहने की जरूरत है। साइबर की टीम ने काफी लोगों की रकम को भी रिकवर कर लिया है। मोहित शर्मा की धरपकड़ पर भी थाना और साइबर सेल की टीम काम कर रही है।
अनित कुमार, एसपी क्राइम