Dengue Alert: मेरठ में डेंगू के आठ और नए मरीज मिले, अब कुल संख्या बढ़कर हुई 1583
Dengue Alert मेरठ और आसपास डेंगू का कहर थमता नजर नहीं आ रहा है। मंडलीय सर्विलांस अधिकारी डा. अशोक तालियान ने बताया कि नए मिले मरीजों में शहरी क्षेत्र के जयभीम नगर में दो व पुलिस लाइन तहसील में एक-एक मरीज मिला है।
मेरठ, जागरण संवाददाता। Dengue Alert मेरठ जिले में डेंगू का खतरा अभी बरकरार है। शुक्रवार को यहां डेंगू के आठ नए मरीज मिले। जिसके साथ ही डेंगू के अब तक कुल मरीजों की संख्या 1583 पर पहुंच गई है। इसमें शहरी क्षेत्र में कुल 846 व ग्रामीण इलाकों में 737 मरीज मिल चुके हैं।
इन क्षेत्रों में मिले मरीज
शहर क्षेत्र के मलियाना व कंकरखेड़ा में मरीजों की संख्या 100 के पार पहुंच चुकी है, वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में रोहटा, दौराला व मवाना में 90 से अधिक मरीज मिल चुके हैं। मंडलीय सर्विलांस अधिकारी डा. अशोक तालियान ने बताया कि नए मिले मरीजों में शहरी क्षेत्र के जयभीम नगर में दो व पुलिस लाइन, तहसील में एक-एक मरीज मिला है। ग्रामीण इलाकों में दौराला, मवाना, रजपुरा और सरधना में एक-एक मरीज मिला है। फिलहाल जिले में डेंगू के 196 सक्रिय मरीज हैं। इनमें 44 मरीज विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं और 152 मरीज घर पर रहकर अपना इलाज करवा रहे हैं। वहीं, अब 1387 मरीज उपचार के बाद ठीक भी हो चुके हैं।
2743 सैंपलों की जांच में कोई संक्रमित नहीं
मेरठ : जिले में शुक्रवार को 2743 सैंपलों की जांच की गई, जिसमें कोई भी संक्रमित नहीं मिला। सीएमओ डा. अखिलेश मोहन ने बताया कि अब जिले में कोरोना संक्रमण से ग्रसित एक सक्रिय मरीज है। वह मरीज होम आइसोलेशन पर रहकर इलाजरत है।
30 नवंबर तक हर ग्राम वासियों को लगेगा कोरोना का टीका
मेरठ : गांव-देहात की आबादी को शत-प्रतिशत कोरोना का टीका लगाने के लिए विशेष अभियान शुरू किया गया है। इसके लिए टीकाकरण कैंप लगाए जा रहे हैं और अधिकारियों को निगरानी की जिम्मेदारी दी गई। अभियान के तहत 30 नवंबर तक हर हाल में प्रत्येक ग्रामीण को कोरोना की एक डोज लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जनपद के कई गांवों में जहां कोरोना के टीकाकरण की स्थिति काफी बेहतर है, वहीं कुछ गांव ऐसे भी हैं जहां टीकाकरण को लेकर ग्रामीण उदासीन है। ऐसे में हर ग्रामीण को 30 नवंबर तक एक डोर लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
टीकाकरण के लिए प्रेरित
साथ ही ग्राम प्रधान से लेकर आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ निगरानी समिति को जिम्मेदारी दी गई है। निगरानी समिति घर-घर जाकर ग्रामीणों को टीकाकरण के लिए प्रेरित कर रही है। साथ ही जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ विकास खंड अधिकारी भी अपने क्षेत्र में लगाए जा रहे टीकाकरण कैंपों की निगरानी कर रहे हैं। सीडीओ शशांक चौधरी ने बताया कि हर ग्रामीण को कोरोना का पहला टीका लगाने के लिए समय सीमा निर्धारित की है। बड़ी संख्या में ग्रामीण क्षेत्र की आबादी को टीकाकरण हो चुका है। लेकिन जो किसी कारण से कैंप तक नहीं आ सके हैं, अब उन्हें टीकाकरण के लिए प्रेरित किया जा रहा है।