होटल व्यवसाय की मांग जीएसटी में मिले छूट, टैक्स दर हो कम
कोरोना संकट से बाहर निकल रहे देश के नागरिकों को आम बजट से खासी उम्मीद हैं। हर कोई अपने-अपने क्षेत्र में राहत की उम्मीद लगाए बैठा हैं।
मेरठ, जेएनएन। कोरोना संकट से बाहर निकल रहे देश के नागरिकों को आम बजट से खासी उम्मीद हैं। हर कोई अपने-अपने क्षेत्र में राहत की उम्मीद लगाए बैठा हैं। इनमें होटल व रेस्तरां व्यवसायी भी चाहते हैं कि कोरोना काल के प्रभाव को देखते हुए बिजली बिल, जीएसटी आदि में छूट मिले। जिससे उनके व्यवसाय को फिर से पटरी पर लौटने में मदद मिल सके। इसके अलावा होटल में कमरे किराए लेने पर लगने वाली जीएसटी दर 12 प्रतिशत से घटाने की आवाज उठ रही है। होटलों की आमदनी बढ़ाने के लिए पर्यटन प्रोत्साहन को लेकर प्रभावी कदम उठाए जाएं। साथ ही घरेलू व बाहरी यात्रियों की आमद के लिए सुरक्षा संबंधी नियमों का सरलीकरण हो।
इन्होंने कहा-
होटल व्यवसाय से जुड़ी वस्तुओं पर टैक्स कम लिया जाए। खाद्य वस्तुओं के अलावा सजावटी इलेक्ट्रिक उत्पाद व निर्माण से जुड़े उत्पाद पर भी काफी टैक्स लिया जा रहा है। इसे कम करने की जरूरत है। साथ ही होटल बुकिंग को बढ़ावा देने के लिए टैक्स दर को अल्पकालिक समय के लिए कम किया जाए।
शेखर भल्ला, डायरेक्टर, ब्रावुरा रिसार्ट
कोरोना काल में होटल कारोबार भी अन्य कारोबार की तरह बुरी तरह से प्रभावित हुआ। अन्य क्षेत्र में सरकार के पैकेज को जगह मिली लेकिन, होटल व्यवसाय के लिए कहीं से कोई राहत नहीं मिली। अपेक्षा है कि होटल व्यवसाय को जीएसटी में छूट मिलेगी। साथ ही बिजली बिलों में भी राहत दी जाएगी।
राहुल चंद्रा, डायरेक्टर आफ सेल्स, होटल कंट्री-इन
डिफेंस कालोनी का एसटीपी चालू होने में अभी 15 दिन और लगेंगे
डिफेंस कालोनी में मिनी एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) चालू होने में अभी 15 दिन और लगेंगे। मोटर पंप स्थापित करने समेत ग्राउंड लेवल का काम अभी बाकी है। द सैनिक सहकारी आवास समिति डिफेंस कालोनी ने अक्टूबर 2020 में मिनी एसटीपी का निर्माण शुरू कराया था। समिति की ओर से यह दावा किया जा रहा था कि चार माह में एसटीपी का काम पूरा कर लिया जाएगा। लेकिन चार माह बाद भी काम शेष है। एसटीपी के अंडर ग्राउंड स्ट्रक्चर को पूरा कर लिया गया है। मोटर पंप स्थापित करने के लिए कक्ष भी बन चुका है। एसटीपी में सीवेज ट्रीटमेंट के लिए टैंक भी बनकर तैयार हैं। पाइप कनेक्शन भी हो चुके हैं। समिति के अध्यक्ष रिटायर्ड मेजर मजेंद्र सिंह ने बताया कि 95 फीसद काम पूरा है। सिर्फ पंप की मोटर स्थापित करनी है। इसके लिए फाउंडेशन बनाया गया है, जिसे सूखने में चार से छह दिन का वक्त लगेगा। इसके बाद मोटर स्थापित की जाएगी। एसटीपी के परिसर को समतल करने का काम तभी किया जाएगा। एसटीपी से ट्रीट पानी को बहाने के लिए नाली से इसे कनेक्ट करना है। यह छोटे-छोटे काम हैं, जो 15 दिन के अंदर पूरे कर लिए जाएंगे। इसके बाद एसटीपी को चालू कर दिया जाएगा।