ग्रेटर दिल्ली निर्माण की मांग यात्रा गाजियाबाद सीमा में पहुंची, प्रधानमंत्री को सौंपेंगे ज्ञापन Meerut News
ग्रेटर दिल्ली निर्माण के मांग के लिए पथिक सेना की यात्रा सोमवार सुबह नौ बजे दिल्ली स्थित जंतर-मंतर के लिए रवाना हो गई। 11 बजे तक गाजियाबाद सीमा में प्रवेश कर गई।
मेरठ, जेएनएन। ग्रेटर दिल्ली निर्माण के मांग के लिए पथिक सेना की यात्रा सोमवार सुबह नौ बजे दिल्ली स्थित जंतर-मंतर के लिए रवाना हो गई। 11 बजे तक गाजियाबाद सीमा में प्रवेश कर गई। पथिक सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुखिया गुर्जर व उनको समर्थन देने वाले संगठनों के पदाधिकारियों ने सबसे पहले शहीद स्मारक स्थित क्रांतिकारियों की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके बाद विभिन्न नारे लिखे हुए तख्तियों को लेकर लोग कुछ दूरी तक पैदल चले उसके बाद वाहनों में सवार होकर दिल्ली रोड की ओर बढ़ चले। यात्रा कई स्थानों पर रुक कर चल रही है, जहां पर लोगों को ग्रेटर दिल्ली निर्माण की जरूरत पर संक्षिप्त जानकारी भी दी जा रही है। पंपलेट आदि वितरित किए गए।
आर्थिक स्थिति हो रही प्रभावित
मुखिया गुर्जर ने कहा कि उत्तर प्रदेश बहुत बड़ा प्रदेश होने के नाते विकास कार्य प्रभावित हो रहा है। उन्हें लखनऊ व प्रयागराज पहुंचने में इतना समय लग जाता है कि यहां के लोगों की आर्थिक स्थिति प्रभावित हो जाती है, जबकि दिल्ली उनके पड़ोस में है। उन्होंने बताया कि पश्चिमी उप्र के 17 जिलों को दिल्ली में शामिल करके ग्रेटर दिल्ली बनाने की मांग की जा रही है। जंतर-मंतर पर धरना-प्रदर्शन के बाद इसी दिन प्रधानमंत्री को ज्ञापन दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि धरने में शामिल होने के लिए पश्चिम उप्र के 17 जिलों के 18 सांसदों को भी पत्र भेजा गया है, उम्मीद है कि सांसद जंतर-मंतर पर पहुंचेंगे।
पश्चिमी उप्र के हित की मांग
गंगाजल बिरादरी के डा. मेजर हिमांशु ने कहा कि यह मांग पूरी तरह से पश्चिमी उप्र के हित में है। पश्चिम उप्र संयुक्त व्यापार मंडल के आशू शर्मा ने कहा कि उनका संगठन इसकी मांग आगे भी जारी रखेगा। सर्व हित कल्याण सेवा समिति की डा. मधु वत्स, समाजसेवी शाहीन परवेज, रेशमा राणा, भारतीय किसान आंदोलन के कुलदीप त्यागी आदि ने कहा कि हर हाल में ग्रेटर दिल्ली लेकर रहेंगे।