मुस्लिम संगठनों ने की बेकसूरों को रिहा करने की मांग
फैज ए आम इंटर कालेज में भीड़ हिसा के शिकार तबरेज अंसारी के मामले को लेकर आयोजित सभा के बाद बिना अनुमति जुलूस निकाल कर अराजकता करने वालों पर पुलिस के लाठीचार्ज व गिरफ्तारी का मुसलिम संगठनों ने विरोध किया है। सोमवार को जमियत उलेमा ए हिद के राष्ट्रीय सचिव मौलाना हकीमुद्दीन के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल ने जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया।
मेरठ, जेएनएन : फैज ए आम इंटर कालेज में भीड़ हिसा के शिकार तबरेज अंसारी के मामले को लेकर आयोजित सभा के बाद बिना अनुमति जुलूस निकाल कर अराजकता करने वालों पर पुलिस के लाठीचार्ज व गिरफ्तारी का मुसलिम संगठनों ने विरोध किया है। सोमवार को जमियत उलेमा ए हिद के राष्ट्रीय सचिव मौलाना हकीमुद्दीन के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल ने जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया। ज्ञापन में हापुड़ अड्डे पर पुलिस के लाठीचार्ज से दर्जनों बेकसूर लोगों के जख्मी होने की बात कही गई है। हकीमुद्दीन ने कहा कि पुलिस बड़ी संख्या में बेकसूर लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए निर्दोष लोगों को रिहा करने की मांग की गई है। प्रतिनिधिमंडल ने एडीजी के माध्यम से राष्ट्रपति को भी ज्ञापन भेजा है। जिसमें भीड़ हिसा के शिकार लोगों के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और सुरक्षा दिए जाने की मांग की है। ज्ञापन में हरियाणा के हाफिज जुनैद, राजस्थान में पहलू खान और दादरी में अखलाक की मौत का उदाहरण दिया गया है। कहा है कि इस तरह की घटनाओं में धार्मिक भावना भड़काने की साजिश की गंध आती है। यह अमन चैन के लिए खतरा हो सकती हैं इसलिए ऐसी घटनाओं पर सख्ती से अंकुश लगाया जाए। बाद में पुलिस आफिस पहुंचकर एसएसपी को भी ज्ञापन सौंपा गया। डा. हाजी मोहम्मद युसूफ कुरैशी, गुलाम मोहम्मद, काजी जैनुर राशिदीन, शब्बीर, इमरान सिद्दिकी, शाहनवाज, अयुब अंसारी, इरशाद, अलीमुद्दीन, इमरान आदि मौजूद रहे।
वहीं, जमियत उलेमा के शहर अध्यक्ष जैनुर राशिदीन ने कहा कि संगठन मुकदमों मे नामजद लोगों को निश्शुल्क कानूनी सहायता उपलब्ध कराएगा। उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने बेकसूर लोगों के नाम मुकदमे से हटाने का आश्वासन दिया है।