लूट के विरोध पर की थी दिल्ली पुलिस के सिपाही की हत्या, नदीम ने मारी थी गोली
दिल्ली पुलिस के सिपाही की हत्या के मामले में दो बदमाशों को गिरफ्तार कर केस का राजफाश किया। दावा-आरोपित लूट की दो अन्य घटनाओं में भी रहे शामिल।
बागपत, जेएनएन। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के सिपाही की लूट का विरोध करने पर गोली मारकर की गई थी। पुलिस ने दो बदमाशों को गिरफ्तार कर गुरुवार को इसका राजफाश कर दिया। आरोपितों ने लूट की दो अन्य घटनाएं भी कुबूली हैं।
यह था मामला
मेरठ के जानीखुर्द थाना क्षेत्र के ग्राम डालूहेड़ा निवासी मनीष यादव दिल्ली ट्रैफिक पुलिस में सिपाही थे। सात सितंबर को दिल्ली से घर लौटते समय ढिकौली-बंथला मार्ग पर ग्राम रोशनगढ़ के निकट दो बाइक पर सवार चार बदमाशों ने मनीष को गोली मार दी थी। मेरठ में उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई थी। बदमाशों ने उनसे बीस हजार रुपये लूट लिए थे।
एएसपी मनीष कुमार मिश्र ने बताया कि नदीम उर्फ हकला पुत्र रहीसुद्दीन निवासी ग्राम ललियाना हाल निवासी खन्ना नगर लोनी (गाजियाबाद) व इमरान पुत्र सत्तार निवासी ग्राम रोशनगढ़ को रोशनगढ़-दत्तनगर मार्ग से गुरुवार सुबह गिरफ्तार कर लिया गया। घटना में प्रयुक्त दोनों बाइक, दो तमंचे व पांच हजार रुपये बरामद किए। बरामद रुपयों में सिपाही से लूटी गई रकम के चार हजार रुपये भी शामिल हंै।
पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि वह अपने साथी जावेद पुत्र इकराम निवासी कांधला शामली हाल निवासी धोबी तालाब निकट शीशे वाली मस्जिद लोनी व एक अन्य के साथ पिलाना चौराहे पर बैठकर शराब पी रहे थे। इसी दौरान मनीष बाइक पर आता दिखा। लूट के इरादे से बाइक रुकवाने का प्रयास किया, लेकिन मनीष ने बाइक नहीं रोकी। उन्होंने पीछा कर मनीष की बाइक रुकवा ली और मारपीट के बाद उसे गोली मार दी थी। फिर उनका पर्स सहित बीस हजार रुपये लूट लिए। आरोपित नदीम के घर से मनीष का आइकार्ड, क्रेडिट कार्ड बरामद हुए। पर्स अभी नहीं मिला है।
नदीम ने मारी थी गोली
पुलिस के मुताबिक गिरोह के सरगना नदीम ने सिपाही मनीष को गोली मारी थी। नदीम के खिलाफ हत्या, लूट समेत आठ, इमरान के खिलाफ तीन तथा जावेद के खिलाफ 19 मुकदमे दर्ज हैं।
लूट के विरोध पर कुलदीप को मारा था चाकू
पुलिस ने बताया कि बदमाशों ने एक सितंबर को कुलदीप दीक्षित निवासी ग्राम गाधी को लूट के विरोध पर चाकू मारा था। छह सितंबर को कपिल निवासी ग्राम दत्तनगर से लूट करना स्वीकार किया है।