Delhi-Meerut Expressway: संभलकर चलें एक्सप्रेस-वे पर, कहीं सेफ्टी बैरियर रखा है तो कहीं क्रैश बैरियर धंस गया
अगर आप दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर सफर कर रहे हैं तो आपको बेहद सावधान रहने की जरूरत है। एक्सप्रेस वे कुछ स्थानों पर डामर की परत उखाड़कर फिर से कंक्रीट डाली जा रही है। यही कारण है कि किनारे की लेन पर सेफ्टी बैरियर रखे गए हैं।
मेरठ, जागरण संवाददाता। Delhi-Meerut Expressway दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर यातायात पूरी तरह से सुरक्षित है फिर भी इन दिनों थोड़ी सावधानी रखने की जरूरत है। दरअसल, कुछ स्थानों पर डामर की परत उखाड़कर फिर से कंक्रीट डाली जा रही है। उसके लिए एक्सप्रेस-वे की किनारे की लेन पर सेफ्टी बैरियर रखे गए हैं। ताकि कोई वाहन उस कंक्रीट वाले हिस्से पर न पहुंच जाए।
बेहद सतर्क रहने की आवश्यकता
ऐसे में यह ध्यान रखें कि जहां सेफ्टी बैरियर दिखाई दे वहां गति नियंत्रित कर लें और सुरक्षित लेन पर चले जाएं। इसी तरह से अगर आप एक्सप्रेस-वे की बिल्कुल किनारे वाली अतिरिक्त लेन यानी शोल्डर एरिया पर गाड़ी चला रहे हैं तो सतर्क रहें। किनारे की तरफ दर्जनों स्थान पर गड्ढे हैं जिसकी वजह से क्रैश बैरियर के पास डामर में दरार पड़ गई है। कुछ स्थानों पर तो क्रैश बैरियर भी गिर गए हैं। संभव हो तो बिल्कुल किनारे वाली अतिरिक्त लेन पर वाहन न ले जाएं। वाहनों को चलने के लिए दोनों तरफ तीन-तीन लेन बनाए गए हैं उसी पर रहें।
मानसून ने बिगाड़ा अधिकारियों का मौसम
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर मेरठ से डासना के बीच की स्थिति देखने के लिए शनिवार को कार्यदायी कंपनी जीआर इंफ्रा लिमिटेड के वाइस प्रेसीडेंट सुनील अग्रवाल ने दौरा किया। एक दिन पूर्व ही एनएचएआइ के सदस्य मनोज कुमार व दिल्ली एनसीआर के क्षेत्रीय अधिकारी उदीप सिंघल ने निरीक्षण किया था। मेरठ से डासना के बीच मिट्टी भराव वाले किनारे मानसून की तेज बारिश से दर्जनों स्थानों पर कटे हैं।
मरम्मत करने का निर्देश
कई स्थानों पर गहरे गड्ढे हो गए हैं। इसकी वजह से क्रैश बैरियर के पास डामर में दरार पड़ी है। कुछ स्थानों पर फिर से डामर की परत उखाड़ कर उसे दुरुस्त किया जा रहा है। जब से मानसून की बारिश शुरू हुई है तब से मरम्मत का कार्य लगातार जारी है और कटान भी लगातार हो रहा है। कंपनी के वाइस प्रेसीडेंट ने काशी टोल प्लाजा पर बैठक करके कंपनी के अधिकारियों और इंजीनियरों को बेहतर योजना बनाकर मरम्मत करने का निर्देश दिया।