Delhi-Meerut Expressway: एक्सप्रेस वे पर हर बारिश काट रही मिट्टी, किनारे की तरफ संभलकर चलें, कई स्थानों पर गड्ढे
एक्सप्रेस-वे पर दूसरी बार की बारिश ने मेरठ से भोजपुर तक एक दर्जन से अधिक स्थान पर मिट्टी इस तरह से काटी है कि उसका गड्ढा बिल्कुल डामर के पास आ गया है। यदि कोई बाइक चालक या कार चालक किनारे क्रैश बैरियर से सटकर निकला तो गड्ढों में फंसेगा।
मेरठ, जेएनएन। मेरठ दिल्ली एक्सप्रेस-वे पर दूसरी बार की बारिश ने मेरठ से भोजपुर तक एक दर्जन से अधिक स्थान पर मिट्टी इस तरह से काटी है कि उसका गड्ढा बिल्कुल डामर के पास आ गया है। ऐसे में यदि कोई बाइक चालक या कार चालक बिल्कुल किनारे क्रैश बैरियर से सटकर निकला तो गड्ढों में फंस जाएगा। दो दिन पहले बारिश से फिर कई किनारे कट गए। या फिर गड्ढे भरे नहीं जा सके थे वे और गहरे हो गए हैं। अब बारिश का मौसम आ रहा है। ऐसे में जब भी एक्सप्रेस-वे से गुजरें तो बिल्कुल किनारे जिसे पेव एरिया बोलते हैं उस पर न जाएं। कोशिश करें कि एक्सप्रेस-वे के तीन लेन में से किसी लेन पर ही रहें। वैसे तो पेव एरिया कहीं भी धंसा नहीं है, लेकिन क्रैश बैरियर के पास मिट्टी कई स्थान पर धंसी है और गड्ढा है। जो सामान्य तौर पर नजर नहीं आता है।
डामर समेत धंस गया किनारा
भोजपुर में जिस रैंप से मेरठ आने के लिए चढ़ते हैं उसका रैंप 10 दिन पहले हुई बारिश से क्षतिग्रस्त हुआ था। उसके किनारे की दीवार गिर गई थी। उसके बाद नई दीवार बनाई गई और मिट्टी भराव करके डामर कर दिया गया। अब जब दो दिन पहले बारिश हुई तो वहां जल भराव हो गया। इससे वह सतह फिर खिसक गई। इससे जिस स्थान पर डामर हुआ था वह हिस्सा फिर से धंस गया। यही नहीं वहां पर स्ट्रीट लाइट का खंभा जो पहली बारिश से झुक गया था वह दूसरी बारिश में गिर गया। स्ट्रीट लाइट का जो खंभा टेढ़ा हो गया था वह गिर गया। दो दिन पहले दूसरी बारिश हुई। एक्सप्रेस-वे पर अभी तक किनारे वाले यानी पेव एरिया में मरम्मत शुरू हुई थी, लेकिन अब एक स्थान पर मुख्य लेन की भी मरम्मत करनी पड़ी। लेकिन जो भी वो इस वक्त हर वाहन चालक को एक्सप्रेस वे पर संभलकर ही चलना चाहिए। हालांकि कुछ समय बाद यह समस्या दूर होने की संभावना है।