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डेडिकेटेड फ्रेट कारिडोर : 70 फीसद काम पूरा, दिसंबर तक पूरा करेंगे लक्ष्य

पश्चिम बंगाल के दानकुनी से लुधियाना तक निर्माणाधीन डेडिकेटेड फ्रेट कारिडोर का निर्माण मेरठ मंडल में तेजी से पूरा किया जा रहा है। शुक्रवार को कमिश्नर ने संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक कर समीक्षा की।

By JagranEdited By: Published: Sat, 17 Jul 2021 10:33 AM (IST)Updated: Sat, 17 Jul 2021 10:33 AM (IST)
डेडिकेटेड फ्रेट कारिडोर : 70 फीसद काम पूरा, दिसंबर तक पूरा करेंगे लक्ष्य
डेडिकेटेड फ्रेट कारिडोर : 70 फीसद काम पूरा, दिसंबर तक पूरा करेंगे लक्ष्य

मेरठ, जेएनएन। पश्चिम बंगाल के दानकुनी से लुधियाना तक निर्माणाधीन डेडिकेटेड फ्रेट कारिडोर का निर्माण मेरठ मंडल में तेजी से पूरा किया जा रहा है। शुक्रवार को कमिश्नर ने संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक कर समीक्षा की। मुआवजा वितरण के साथ जमीन अधिग्रहण व निर्माण में आ रही दिक्कतों को दूर करने को लेकर मंथन किया।

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रेलवे के सबसे बड़े माल ढुलाई गलियारों में से एक डेडिकेटेड फ्रेट कारिडोर के निर्माण कार्य को समय से पूरा करने पर जोर है। ऐसे में शुक्रवार को कमिश्नर सुरेंद्र सिंह ने कारिडोर के निर्माण और दिक्कतों को लेकर संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक कर समीक्षा की। बैठक में कमिश्नर ने कहा कि बड़ी संख्या में किसानों को जमीन अधिग्रहण के बदले मुआवजा वितरित किया जा चुका है। शेष मुआवजा भी तेजी से वितरित किया जाए। भूमि अधिग्रहण को लेकर सामने आ रही दिक्कतों को दूर करने, अधिग्रहण की प्रक्रिया में अनावश्यक रूप से विवाद पैदा करने पर एफआइआर दर्ज कराने के निर्देश दिए। समीक्षा के दौरान सामने आया कि मेरठ व सहारनपुर मंडल में परियोजना का 70 फीसद कार्य पूरा हो चुका है, जबकि 30 फीसद कार्य दिसंबर तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। समीक्षा बैठक में परियोजना से जुड़े अधिकारियों के साथ मंडल के सभी जनपदों के एडीएम भी शामिल रहे। विवाद ने अटकाए 60 करोड़

मेरठ मंडल के जनपदों में भूमि अधिग्रहण के बदले 1500.32 करोड़ की मुआवजा धनराशि जारी की गई थी। इसमें से 1439.50 करोड़ रुपये का वितरण किया जा चुका है, जबकि 60.48 करोड़ रुपये का वितरण विवादों के चलते नहीं किया जा सका। अभी भी 22.03 करोड़ जनपद मेरठ, 15.55 करोड़ हापुड़, 13.48 करोड़ गाजियाबाद और 4.39 करोड़ बुलंदशहर जनपद में वितरित नहीं किया जा सका है। तेजी से तैयार हो रहे ओवरब्रिज

परियोजना के जीएम अनिल कालरा ने बताया कि खुर्जा- पिलखानी खंड की लंबाई 225.403 किलोमीटर है। इस पर 37 प्रमुख पुल, 4 आरएफओ, 21 आरओबी, 39 प्रमुख आरयूबी और पांच एफओबी का निर्माण कार्य या तो पूरा हो चुका है, या तेजी से किया जा रहा है।

डेडिकेटेड फ्रेट कारिडोर का निर्माण काफी तेजी से पूरा किया जा रहा है। कुछ दिक्कतें हैं, जिन्हें दूर करने के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।

सुरेंद्र सिंह, कमिश्नर मेरठ मंडल


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