Coronavirus: भाजपा नेता के सहायक समेत दो की मौत से पसरा मातम, साकेत में लंबी हो सकती है चेन Meerut News
कोरोना मेरठ में खतरनाक होता जा रहा है। भाजपा महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंघल के 24 वर्षीय सहायक की इलाज के दौरान दिल्ली में जान चली गई।
मेरठ, जेएनएन। कोरोना मेरठ में खतरनाक होता जा रहा है। शुक्रवार को दो मरीजों की मौत से शहर दहल गया। भाजपा महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंघल के 24 वर्षीय सहायक की इलाज के दौरान दिल्ली में जान चली गई। साथ ही साकेत निवासी 45 वर्षीय मरीज ने निजी अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। जिले में कोरोना से जान गंवाने वालों की संख्या 11 हो गई। उत्तर प्रदेश में आगरा के बाद यह सर्वाधिक आंकड़ा है। वहीं, मेडिकल कॉलेज के कोविड वार्ड में भर्ती खैरनगर के मरीज की मौत हुई, लेकिन उसकी रिपोर्ट निगेटिव है।
बाएं फेफड़े में निमोनिया मिला
सीएमओ डा. राजकुमार ने बताया कि साबुन गोदाम निवासी भाजपा नेता के सहायक को 22 अप्रैल को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। पांच दिन पहले उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। सांस लेने में तकलीफ पर छाती का एक्स-रे कराया। बाएं फेफड़े में निमोनिया मिला। तबियत में सुधार होने पर उन्हें पांचली खुर्द शिफ्ट करने की तैयारी थी, लेकिन तीन दिन पहले ही उनकी आंतों में स्नाव होने लगा। मल्टी आर्गन फेल्योर का लक्षण उभरने पर भाजपा नेता के सहायक को गुरुवार शाम नई दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया। शुक्रवार सुबह करीब आठ बजे उनकी मौत हो गई। नई दिल्ली में ही अंतिम संस्कार कर दिया गया। इधर, मौत की सूचना मिलते ही भाजपाइयों में खलबली मच गई। बता दें कि युवक के पिता की भी 24 अप्रैल को कोरोना से मौत हो गई थी। उनकी मां और छोटे भाई का भी कोरोना वार्ड में इलाज चल रहा है।
45 साल के मरीज की मौत, साकेत में लंबी हो सकती है चेन
छह मई को बाईपास रोड पर कैलाशी अस्पताल में भर्ती कराए गए साकेत निवासी 45 साल के एक व्यक्ति की मौत हो गई। अस्पताल की निदेशिका डा. निशा मलिक ने बताया कि वे लिवर सिरोसिस से पीड़ित थे। पेट में दर्द और गफलत की हालत में मरीज को भर्ती किया गया था। छह मई को ही जांच के लिए सैंपल निजी लैब भेजा गया। डा. अजय मलिक की अगुआई में टीम ने कैलाशी अस्पताल में मरीज का इलाज किया, किंतु हालत नाजुक होने से मरीज की जान चली गई। सात मई को मरीज की शाम करीब पांच बजे मौत हो गई। आठ मई को रिपोर्ट पाजिटिव मिलने पर हड़कंप मच गया। अस्पताल के स्टाफ का दावा है कि इलाज पीपीई किट और ग्लब्स पहनकर किया गया। हालांकि डा. अजय मलिक समेत आठ को क्वारंटाइन में जाना पड़ेगा।
कोरोना का अंदेशा नहीं था
आइसीयू को 48 घंटे के लिए सील कर दिया गया है। परिजनों को मरीज में कोरोना का अंदेशा नहीं था, ऐसे में शव ले जाने से लेकर दाह संस्कार तक प्रोटोकाल का पालन नहीं हुआ। अब संक्रमण की चेन काफी लंबी हो सकती है। सीएमओ डा. राजकुमार ने कहा कि मरीज हाइपरटेंशन, शुगर और गुर्दे का भी मरीज था। इसका इलाज पिछले सप्ताह मैक्स अस्पताल में भी हुआ। वहां पर कोविड रिपोर्ट निगेटिव थी। इधर, साकेत क्षेत्र में पहला मरीज होने से कालोनी में भय का माहौल बन गया।
भाजपा के युवा नेता की मौत से हिल गया संगठन
युवा नेता की मौत ने भाजपा को हिला दिया है। युवक के पॉजिटिव मिलने के बाद सांसद एवं विधायक समेत सभी नेता क्वारंटाइन पर चले गए थे। बाहर आए तो एक कार्यकर्ता को खो चुके थे। महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंघल तो अपने करीबी की मौत पर अवाक रह गए। उन्होंने मेडिकल कालेज में इलाज को लेकर सवाल भी उठाया था। 24 साल का युवक लंबे समय से भाजपा से जुड़ा था। महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंघल का पीएसओ होने के साथ ही कार्यकारिणी सदस्य भी था। 24 अप्रैल को कोविड वार्ड में अपने सामने पिता की मौत पर युवक टूट गया था। उसने मेडिकल कालेज की चिकित्सा व्यवस्था पर सवाल भी उठाया। महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंघल ने इस प्रकरण से प्रदेश इकाई को भी अवगत कराया।
मेडिकल कालेज के इलाज पर सवाल
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डालकर मेडिकल कालेज के इलाज पर प्रश्न खड़ा किया। इस युवक के पेट में कई दिनों से दर्द था। महानगर अध्यक्ष ने प्राचार्य से फोन पर बात कर उसे कहीं और रेफर करने या किसी विशेषज्ञ डाक्टर को दिखाने के लिए कहा था, किंतु ऐसा नहीं हो सका। इस बीच, युवक की आंतों में रिसाव शुरू हो गया। उधर, स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि युवक का वजन 120 किलो था। उसे शुगर होने की भी आशंका है। डाक्टर कहते हैं कि इस वजह से भी मरीज की रिकवरी संभव नहीं हो पाई। इधर, सांसद राजेंद्र अग्रवाल, क्षेत्रीय अध्यक्ष अश्वनी त्यागी, विधायक सोमेंद्र तोमर, सत्यप्रकाश अग्रवाल, दिनेश खटीक, राज्यसभा सदस्य कांता कर्दम और विजयपाल तोमर व युवा मोर्चा अध्यक्ष वीनस शर्मा समेत कई भाजपाइयों ने दिवंगत कार्यकर्ता को श्रद्वांजलि दी है।