ऑक्सीजन मास्क न देने पर मरीज की मौत, जूनियर डॉक्टर निलंबित Meerut News
डाक्टर ने ऑक्सीजन मास्क देने से मना कर दिया था साथ ही मरीज को भर्ती करने में आनाकानी की गई। मेडिकल कालेज की इमरजेंसी में गुरुवार रात एक मरीज की मौत हो गई जिसकी गाज जूनियर डाक्टर पर गिरी है।
मेरठ, जेएनएन। मेडिकल कालेज की इमरजेंसी में गुरुवार रात एक मरीज की मौत हो गई, जिसकी गाज जूनियर डाक्टर पर गिरी है। डाक्टर ने ऑक्सीजन मास्क देने से मना कर दिया था, साथ ही मरीज को भर्ती करने में आनाकानी की गई। वीडियो वायरल होने के बाद दबाव में आये प्राचार्य ने कड़ा कदम उठाते हुए मेडिसिन विभाग के रेजिडेंट डॉक्टर मनु चौधरी को दस दिनों के लिए निलंबित कर दिया है।
प्राचार्य डॉ ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि गुरुवार देर रात प्रहलाद नगर निवासी एक मरीज को निजी अस्पताल से रेफर कर मेडिकल एमरजेंसी में लाया गया। उसकी सांस फूल रही थी। शरीर में ऑक्सीजन सेचुरेशन तेजी से कम हो रहा था। वायरल वीडियो के मुताबिक ड्यूटी दे रहे डॉ मनु चौधरी ने परिजनों को बताया कि अस्पताल में ऑक्सीजन मास्क खत्म हो गया है। परिजनों को मास्क बाहर से लाना पड़ेगा। इस बात पर डॉक्टरों और परिजनों में झड़प हो गयी, जिसमें प्राचार्य ने रेजीडेंट डॉक्टर का व्यवहार आपत्तिजनक पाया। मेडिकल कालेज की जांच टीम ने माना कि डॉक्टरों के मना करने की वजह से मरीज को परिजन वापस ले गए, जहां मरीज ने दम तोड़ दिया। इसके लिए ड्यूटी दे रहे स्टाफ को दोषी माना गया है। प्राचार्य डॉ ज्ञानेंद्र ने कहा कि इमरजेंसी में 50 ऑक्सीजन मास्क हमेशा उपलब्ध रहते हैं, लेकिन डॉ मनु ने मरीज के स्वजनों को गलत जानकारी दी, जिस वजह से उन्हें मास्क के लिए भटकना पड़ा, और नाजुक स्थिति में पहुंचे मरीज की थोड़ी देर में मौत हो गयी। मेडिकल कालेज के कैंपस में खोले गए मेडिकल स्टोर में भी मास्क न होने की जांच कराई जा रही है। उधर, डॉ मनु ने कहा कि उन्हें वार्ड में उपलब्ध ऑक्सीजन मास्क की जानकारी नहीं थी, लेकिन किसी से कोई झड़प नहीं हुई है।।