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विदेशों में स्वाद का डंका बजाएगा दशहरी आम, बाहर भेजने के लिए इस तरह होती है पैकिंग

मुजफ्फरनगर जनपद के दशहरी आम की मिठास सात समंदर पार पहुंची। सहारनपुर के मैंगो पैक हाउस के जरिए विदेश भेजी खेप।

By Taruna TayalEdited By: Published: Wed, 01 Jul 2020 10:53 PM (IST)Updated: Wed, 01 Jul 2020 10:53 PM (IST)
विदेशों में स्वाद का डंका बजाएगा दशहरी आम, बाहर भेजने के लिए इस तरह होती है पैकिंग

मुजफ्फरनगर, [दिलशाद सैफी]। शुगर बाउल जनपद से चीनी, गुड़ के बाद अब आम की मिठास सात समंदर पार पहुंची है। इटली और लंदन में पहली खेप भेजी जा चुकी है, जबकि जर्मनी और जापान के लिए तैयारी की जा रही है। कोविड-19 महामारी के काल में आम का विदेशों में निर्यात होना सुखद अहसास है। जिला उद्यान विभाग ने बागवानों से संपर्क साधा है। उनके यहां पेड़ों पर पकने वाली आम की अनेक प्रजातियों का ब्योरा बनाया गया है। जनपद के आम को सहारनुपर के मैंगो पैक हाउस के माध्यम से विदेशी सरजमीं तक भेजा जा रहा है। हालांकि इसके लिए बेहद साफ और स्वच्छ आम की डिमांड आ रही है, जिनकी सावधानीपूर्वक पूर्ति की जा रही है। बागवानों को भी निर्यात होने वाले आम पर बचत हो रही है। निर्यात वाला आम 20 से लेकर 30 रुपये प्रति पीस मिलता है।

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12 कुंतल लंदन, 15 टन इटली

विदेशों में निर्यातकों के एजेंट फलों की डिमांड भेज रहे हैं। जून के अंतिम सप्ताह में इटली, लंदन (ब्रिटेन) से दशहरी आम की डिमांड आई है। इसके बाद निर्यातकों ने जिला उद्यान विभाग से संपर्क किया और आपूर्ति की मांग रखी थी। यहां के विभागीय अधिकारियों ने बागवानों से आम की जानकारी जुटाई। इसके बाद पिछले दिनों सबसे पहली खेप इटली को 15 टन दशहरी आम की भेजी गई है। दूसरी 12 कुंतल की खेप गुरुवार को रवाना होगी, जो सहारनपुर से भेजी जाएगी। आम को सड़क मार्ग या बंदरगाह से जल मार्ग से भेजा जाता है। वहीं, जर्मनी और जापान को अभी यहां के आम का इंतजार करना होगा।

ऐसे भेजा जाता है विदेश

विदेश जाने वाले प्रति आम का वजन 180 से 250 ग्राम रहता है। जिसे पेड़ से दो इंच की डंडी के साथ काटा जाता है। मैंगो पैक हाउस में ठंडे और गर्म पानी में धोने के बाद वैपर हीट ट्रीटमेंट (वीएचटी) चैम्बर से गुजारने के बाद कुछ घंटे के लिए रखा जाता है, ताकि आम से फंगस, वैक्टीरिया पूरी तरह से साफ हो जाए। इसके बाद कृषि और संसाधित खाद उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (अपेडा) के अधिकारी जांच के बाद प्रमाण-पत्र देते हैं। तब आम को निर्यात के लिए मुंबई, दिल्ली आदि जगहों पर भेजा जाता है।

इन्‍होंने बताया 

जनपद में आम का उत्पादन काफी होता है। इटली और ब्रिटेन को आम की खेप भेजी गई है। यह बागवानों के लिए काफी मुनाफे का सौदा है। कोरोना काल में निर्यात होना काफी सुखद और बेहतर परिणाम देने वाला है।

-अरुण कुमार, जिला उद्यान अधिकारी मुजफ्फरनगर।

पहली खेप 25 को गई, दूसरी कल जाएगी इटली

कोरोना काल में आम के निर्यात को लेकर छाए संकट के बाद अब छंट गए हैं। मैंगो पैक हाउस से 15 टन दशहरी आम की पहली खेप इटली के लिए रवाना हो चुकी है। दूसरी की तैयारी जारी है। यह खेप तीन जुलाई को भेजी जाएगी। इसके अलावा 12 कुंतल अचारी आम रामकेला भी पहली बार लंदन जा रहा है।

नवीन मंडी स्थल सहारनपुर स्थित मैंगो पैक हाउस से विदेशों में भेजे जाने वाले आम के बारे में प्रभारी मंडी सचिव अशोक कुमार गुप्ता ने बताया कि पहली खेप प्रोसेस के बाद इटली के लिए रवाना हो चुकी है। उन्होंने बताया कि इटली में कुम्भ एग्री फार्मिंग के प्रोपराइटर विजय सहाय (एक्सपोर्टर) द्वारा 15 टन दशहरी आम नवाब ब्राण्ड के डिब्बों में पैक होकर इटली के लिये समुद्री रास्ते से भेजा गया है। यह आम यहां से ट्रक से दादरी तथा उससे आगे ट्रेन द्वारा गुजरात के मुनद्रा सीपोर्ट पर समुद्री मार्ग से इटली जा रहा है। दूसरी खेप तीन जुलाई को रवाना होगी। बताया कि गत वर्ष पैक हाउस के माध्यम से 727 टन आम स्वीडन, इटली, फ्रांस, नेपाल भेजा गया था। इस साल भी ज्यादा से ज्यादा आम के निर्यात की तैयारी है।


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