बाढ़ग्रस्त महानगरों को बनाया जाए स्पंज सिटी, इंजीनियर्स एसोसिएशन ने वेबिनार में की चर्चा
अभियंता दिवस (इंजीनियर्स डे) के उपलक्ष्य में मंगलवार को मेरठ इंजीनियर्स एसोसिएशन की ओर से वेबिनार आयोजित किया गया।
मेरठ, जेएनएन। अभियंता दिवस (इंजीनियर्स डे) के उपलक्ष्य में मंगलवार को मेरठ इंजीनियर्स एसोसिएशन की ओर से वेबिनार आयोजित किया गया। इसका विषय मौसम में बदलाव के कारण शहरी क्षेत्रों में बाढ़ की समस्या व उसके निदान रखा गया। साथ ही भारत के महान अभियंता व भारत रत्न डॉ. एम विश्वेश्वरैया के जीवन पर प्रकाश डाला। इंडियन वाटर रिसोर्सेज सोसाइटी मेरठ चैप्टर के चेयरमैन इं. एके कुमार ने अनियोजित शहरीकरण व अपर्याप्त ड्रेनेज व्यवस्था को इस स्थिति का मूल कारण बताते हुए बाढ़ग्रस्त महानगरों को स्पंज सिटी बनाने पर जोर दिया। उन्होंने सुझाव दिया कि सभी पक्के धरातलों को रिसाव के योग्य बना कर धरती के अंदर वर्षा का जल जाने की व्यवस्था की जाए। मुख्य वक्ता आइआइटी मुंबई के प्रोफेसर डॉ. कपिल गुप्ता ने हर साल मुंबई महानगर के बाढ़ग्रस्त होने की समस्या का मुख्य कारण वहा की मुख्य ड्रेनेज प्रणाली पर बिल्डरों द्वारा अतिक्रमण को बताया। एमईए के प्रधान निदेशक इं. एके गुप्ता, महासचिव इं. मनीष गुप्ता, अध्यक्ष इं. एसके जैन ने सभी वक्ताओं का धन्यवाद किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. गौरव रस्तोगी ने किया। बीटेक में इस बार छात्रों के बढ़ेंगे अंक जेएनएन, मेरठ। डा. एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल (एकेटीयू) से संबद्ध तकनीकी कॉलेजों में बीटेक अंतिम वर्ष की परीक्षाएं चल रहीं हैं। इस बार बीटेक के छात्रों को पिछले साल के मुकाबले अच्छे अंक आएंगे। क्योंकि उनकी बहुविकल्पीय आधारित परीक्षा हो रही है। जिसमें औसत से अधिक अंक मिल सकते हैं। कोविड की वजह से एकेटीयू इस बार बीटेक और परास्नातक अंतिम वर्ष की केवल परीक्षा करा रहा है। इसमें बीटेक अंतिम वर्ष की बहुविकल्पीय आधारित परीक्षा (एमसीक्यू) हो रही है। अभी तक बीटेक में बहुविकल्पीय आधारित परीक्षा नहीं होती थी। विस्तृत उत्तरीय परीक्षा में छात्रों को औसत अंक मिलते थे। प्लेसमेंट का कैलेंडर बिगड़ा राधा गो¨वद इंजीनिय¨रग कॉलेज के प्रवक्ता अमित शर्मा ने बताया कि इंजीनिय¨रग कॉलेजों में हर साल फरवरी से अप्रैल के बीच में प्लेसमेंट के लिए कंपनियां आती थीं। बीटेक फाइनल ईयर की परीक्षा दे रहे आशीष का कहना कि इस बार कोविड की वजह से छात्रों को प्लेसमेंट नहीं हो पाया है। फाइनल ईयर की परीक्षा भी देर से शुरू हुई है। अक्टूबर तक परीक्षाएं चलेंगी। वहीं जिनका प्लेसमेंट भी हुआ है, कोविड की वजह से कंपनियों ने आफर लेटर रोक दिया है।