बुलंदशहर में साइबर क्राइम : पटना के गिरोह ने फौजी के खाते से निकाले 58 हजार रुपये, छह के खिलाफ केस
साइबर क्राइम करने वाले अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। बुलंदशहर निवासी फौजी की पत्नी के मोबाइल पर एक लिंक आया थाजिसे खोलते ही कुछ औपचारिकताएं पूर्ण की गई और अचानक उनके खाते से 58 हजार 718 रुपये निकाल लिए गए।
बुलंदशहर, जागरण संवाददाता। साइबर ठग मासूम लोगों से खातों से धन निकालने से बाज नहीं आ रहे हैं। यहां नगर कोतवाली क्षेत्र निवासी फोजी के खाते से पटना के एक गिरोह ने फर्जी लिंक के माध्यम से हजारों रुपये की धनराशि निकाल ली थी। साइबर सेल ने मामले का पटापेक्ष किया है और नगर कोतवाली में पटना, लखमीमपुर खीरी, हरियाणा और झारखंड निवासी दो युवतियों सहित छह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
यह है पूरा मामला
शिकारपुर बाइपास रोड स्थित रामविहार कालोनी निवासी मधु दहिया ने नगर कोतवाली में 16 जुलाई 2021 को दी तहरीर में बताया था कि पति राजेंद्र सिंह भारतीय सेना के जवान हैं। मधु दहिया के मोबाइल पर एक लिंक आया जिसे खोलते ही कुछ औपचारिकताएं पूर्ण की गई। इसके पूर्ण होते ही उनके खाते से 58 हजार 718 रुपये निकाल लिए गए। इनमें पहली ट्रांजक्शन में 27051, दूसरी में 1285 तथा तीसरी बार 30382 रुपये खाते से निकाले गए हैं। पुलिस ने मामला साइबर सेल को सौंप दिया था। एसपी क्राइम कमलेश बहादुर ने बताया कि ङ्क्षलक से जुड़े लोगों की पहचान कर ली गई है और उनके खिलाफ नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
ये हैं आरोपित
- रेनू देवी पत्नी धरतीक सिंह निवासी दुमारी फतुआ दुमारी, पटना बिहार
- लवकुश कुमार पुत्र हरीलाल निवासी गांव महारिया लखीमपुर खीरी
- हर्ष धोहरी पुत्र संजय धोहरी निवासी कंसापुर रोड रामनगर, यमुना नगर हरियाणा
- बसंता हैम्बरोम निवासी गांव बालेश्वर ताल पलसाना सूरत शहर, गुजरात
- बासीर अंसारी पुत्र कलीम अंसारी निवासी गांव बारादाहा कालाझारिया, जामताड़ा, झारखंड
- मानिक साहा पुत्र मुखलाल साहा निवासी करियोडिह तालझीरा, पाकुड, झारखंड
इनका कहना है
छह लोगों के नाम प्रकाश में आए हैं यह एक गिरोह के रूप में काम करते हैं। पहाडिय़ों पर अस्थाई मकान बनाकर लोगों को ठगी का शिकार बनाते हैं। आरोपितों के खिलाफ संबंधित एसएसपी को सूचना दी गई है। सभी आरोपित जल्द गिरफ्तार होंगे।
- कमलेश बहादुर, एसपी क्राइम, बुलंदशहर।
खाते में पैसे भेजने की बजाए हजारों उड़ाए
बुलंदशहर : मोबाइल कालर ने सुशीला विहार निवासी सूबेदार बनी सिंह को फोन कर खुद को उनका पहचान वाला बताया। इसके साथ ही बातचीत करते हुए उनके एक रिश्तेदार द्वारा पांच हजार रुपये भेजने की बात कही। बातों ही बातों में गूगल पे का यूपीआइडी नंबर ले लिया। नंबर जाते ही पांच हजार रुपये खाते से निकाल लिए गए। अगले दिन फिर से उसी कालर का फोन आया और बताया कि गलती पैसे भेजने की बजाए आपके खाते से काट लिए गए हैं। दोबारा पैसे डालने की एवज में ओटीपी पूछकर 40 हजार रुपये खाते से फिर काट लिए गए। पीडि़त ने नगर कोतवाली में अज्ञात कालर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।