Crisis Of Black Fungus Medicines: ब्लैक फंगस की कारगर दवा बाजार से गायब, एक गोली की कीमत 1100
ब्लैक फंगस ऐसी बला है जो चिपक जाए तो जान ले ले। ठीक हो जाए तो बाद की दवा इतनी महंगी कि जमीन तक बेचनी पड़ जाए। मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी लेकिन इस बीमारी की सबसे कारगर दवा लाइपोसोमल एंफोटेरिसिन-बी बाजार से गायब हो गई।
[संतोष शुक्ल] मेरठ। ब्लैक फंगस ऐसी बला है जो चिपक जाए तो जान ले ले। ठीक हो जाए तो बाद की दवा इतनी महंगी कि जमीन तक बेचनी पड़ जाए। मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी, लेकिन इस बीमारी की सबसे कारगर दवा लाइपोसोमल एंफोटेरिसिन-बी बाजार से गायब हो गई। मेडिकल कालेज में रोजाना एक हजार इंजेक्शनों की जरूरत है, जबकि लखनऊ से सप्ताहभर में महज 300 इंजेक्शनों की आपूर्ति हुई। ऐसे में चिकित्सक वैकल्पिक दवा पोसाकोनाजोल से इलाज कर रहे हैं। यह दवा प्रशासन की निगरानी में बिक रही है, जिससे हर सप्ताह 25 हजार तक खर्च आता है।
सिर्फ एक चौथाई मिल रही दवा
मेडिकल कालेज समेत अन्य अस्पतालों में अब तक 225 से ज्यादा ब्लैक फंगस के मरीज पहुंचे हैं। नेत्र रोग एवं ईएनटी क्लीनिकों में रोजाना नए केस मिल रहे हैं। सीएमओ डा. अखिलेश मोहन ने बताया कि इससे पहले सालभर में ब्लैक फंगस के चार-पांच मरीज मिलते थे, लिहाजा एंफोटेरिसिन-बी की जरूरत नहीं पड़ती थी। अचानक मरीज बढ़ने पर दवा बाजार से गायब हो गई। दवा की भारी मांग से बाजार में अफरातफरी भी मच गई। कई मरीजों ने मुंबई, दिल्ली, अहमदाबाद से लेकर दुबई तक से इंजेक्शन मंगाया। इसी बीच, प्रदेश सरकार ने लखनऊ स्थित कारपोरेशन से विभिन्न जिलों में भर्ती मरीजों के लिए एंफोटेरिसिन इंजेक्शन भेजना शुरू किया, लेकिन मांग से एक चौथाई भी दवा नहीं मिली। डाक्टरों व अस्पताल की पर्ची लेकर घूमने के बावजूद कहीं से यह इंजेक्शन नहीं मिला। निजी अस्पताल के डाक्टरों ने पोसोकोनोजोल से इलाज शुरू किया और बेहतर परिणाम मिले।
मुख्य दवा : कीमत 7 से 8 हजार रुपये प्रति वायल
- खुराक:15 दिन में 60 इंजेक्शन
- लाइपोसोमल एंफोटेरिसिन बी-सर्वाधिक सुरक्षित
- एंफोटेरिसिन प्लेन-किडनी पर असर
- एंफोटेरिसिन इमल्सन-किडनी पर असर
- उपलब्धता: बाजार से गायब। सरकारी आपूर्ति में ही मिलती है
फंगस की दूसरी चíचत दवा: पोसाकोनाजोल
- सिरप-कीमत 22 से 32 हजार रुपये प्रति बोतल
- दवा-कीमत 550 से 1100 रुपये प्रति गोली
- खुराक-पहले दिन छह व बाद में तीन गोली रोजाना
- ऐसी रही जिले में पोसाकोनाजोल की बिक्री
मई-तारीख जिले में बिकी टेबलेट की संख्या
22 110
23 40
24 00
25 00
26 00
27 250
28 440
29 550
30 200
31 240
ड्रग इंस्पेक्टर पवन शाक्य ने कहा- एंफोटेरिसिन बी प्रदेश सरकार कारपोरेशन से भेजती है, जबकि पोसाकोनाजोल बाजार में उपलब्ध है, लेकिन सरकारी निगरानी में बिक्री की इजाजत है। तीन थोक एवं दर्जनभर खुदरा स्टोरों पर यह दवा उपलब्ध है।अस्पतालों की पर्ची दिखाकर दवा ली जा सकती है। मेडिकल कालेज ने दो हजार टेबलेट की मांग की है।