क्राइम ब्रांच का खेल जल्द होगा उजागर, जांच शुरू
सरबजीत के परिजनों ने क्राइम ब्रांच पर सवाल खड़े किये हैं। सलारपुर प्रधान को जेल भेजने में भी क्राइम ब्रांच पर आरोप लग चुके हैं
By Taruna TayalEdited By: Published: Mon, 19 Nov 2018 11:40 AM (IST)Updated: Mon, 19 Nov 2018 11:40 AM (IST)
मेरठ (जेएनएन)। खरखौदा थाना क्षेत्र में हुई दिल्ली पुलिस के हवलदार सरबजीत की हत्या के मामले में जेल भेजे गए तीन युवकों को लेकर सरबजीत की पत्नी ने क्राइम ब्रांच पर सवाल खड़े किए हैं। उसने एसपी देहात से जांच के बाद क्राइम ब्रांच पर कार्रवाई करने की मांग की है। आरोप है कि पहले तीनों युवकों को खेल करके छोड़ दिया गया था। उधर, सलारपुर प्रकरण में भी क्राइम ब्रांच पर शुरू से ही सवाल खड़े हो रहे हैं।
क्राइम ब्रांच ने किया खेल
सरबजीत की हत्या के करीब 15 दिन बाद क्राइम ब्रांच ने शक के आधार पर इलाहाबाद मड़ैय्या गांव निवासी लोकेंद्र, अंकित पुत्रगण समरजीत और नितिन पुत्र लक्ष्मण को उठाया था। क्राइम ब्रांच ने उन्हें चार दिन तक हिरासत में रखा और पूछताछ की। इसके बाद क्लीनचिट दे दी। करीब तीन दिन पहले फिर से इन्हीं युवकों को खरखौदा इंस्पेक्टर राजेंद्र त्यागी ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि क्राइम ब्रांच ने खेल करके उन्हें छोड़ा है। इसके बाद थाना पुलिस ने तीनों युवकों की सरबजीत की पत्नी संगीता से शिनाख्त कराई थी, क्योंकि संगीता वारदात के समय दोनों बेटियों के साथ मौके पर थीं। संगीता ने उनमें से लोकेंद्र व अंकित को पहचान लिया था। उसने बताया कि गोली मारते समय दो को ही उसने देखा था। तीसरे को वह देख नहीं पाई थी। यही, नहीं संगीता की छह साल की बेटी व आठ साल की बेटी ने भी दोनों को पहचाना। इसी आधार पर अब पुलिस ने तीनों को जेल भेज दिया है। संगीता का आरोप है कि क्राइम ब्रांच ने पहले उन्हें मोटी रकम लेकर छोड़ दिया था। इसलिए क्राइम ब्रांच के खिलाफ कार्रवाई की जाए। इसी तरह सलारपुर के प्रधान कुंवर साहब भारद्वाज के परिजन अधिवक्ता पंडित अशोक शर्मा का आरोप है कि दबिश के दौरान क्राइम ब्रांच ने उनसे पैसे की मांग की थी। पैसे नहीं दिए तो बखेड़ा कर दिया, इसलिए जांच की जाए।
यह उठ रहा सबसे बड़ा सवाल
सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा हो रहा है कि जब क्राइम ब्रांच ने तीनों को पकड़ा था तो संगीता से पहचान क्यों नहीं कराई। आरोप है कि जानबूझकर पहचान नहीं कराई गई।
जेल भेजे युवकों के परिजन एसएसपी से मिले
सरबजीत की हत्या के मामले में जेल भेजे गए नितिन, लोकेंद्र, अंकित के परिजन सैकड़ों ग्रामीणों के साथ एसएसपी से मिले। उनका कहना था कि थाना पुलिस ने एक रंजिश के तहत तीनों को जेल भेजा है। उन्होंने मांग की है कि यदि उन्हें 169 की रिपोर्ट देकर बाहर नहीं निकाला गया तो वह आंदोलन करेंगे। एसएसपी से मिलने वालों में समरपाल, बिजेंद्र, विजय कुमार, अमरपाल सिंह, महकार सिंह, चौधरी राजपाल सिंह, राहुल सिंह, विनोद, लल्लू सिंह, मदनपाल सिंह, राजबीर सिंह, अमित कुमार आदि लोग शामिल थे।
इन्होंने कहा
सरबजीत के परिजनों ने क्राइम ब्रांच पर आरोप लगाए हैं। जांच की जा रही है। सलारपुर प्रकरण में भी क्राइम ब्रांच के कुछ सिपाहियों की जांच चल रही है।
राजेश कुमार, एसपी देहात
क्राइम ब्रांच ने किया खेल
सरबजीत की हत्या के करीब 15 दिन बाद क्राइम ब्रांच ने शक के आधार पर इलाहाबाद मड़ैय्या गांव निवासी लोकेंद्र, अंकित पुत्रगण समरजीत और नितिन पुत्र लक्ष्मण को उठाया था। क्राइम ब्रांच ने उन्हें चार दिन तक हिरासत में रखा और पूछताछ की। इसके बाद क्लीनचिट दे दी। करीब तीन दिन पहले फिर से इन्हीं युवकों को खरखौदा इंस्पेक्टर राजेंद्र त्यागी ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि क्राइम ब्रांच ने खेल करके उन्हें छोड़ा है। इसके बाद थाना पुलिस ने तीनों युवकों की सरबजीत की पत्नी संगीता से शिनाख्त कराई थी, क्योंकि संगीता वारदात के समय दोनों बेटियों के साथ मौके पर थीं। संगीता ने उनमें से लोकेंद्र व अंकित को पहचान लिया था। उसने बताया कि गोली मारते समय दो को ही उसने देखा था। तीसरे को वह देख नहीं पाई थी। यही, नहीं संगीता की छह साल की बेटी व आठ साल की बेटी ने भी दोनों को पहचाना। इसी आधार पर अब पुलिस ने तीनों को जेल भेज दिया है। संगीता का आरोप है कि क्राइम ब्रांच ने पहले उन्हें मोटी रकम लेकर छोड़ दिया था। इसलिए क्राइम ब्रांच के खिलाफ कार्रवाई की जाए। इसी तरह सलारपुर के प्रधान कुंवर साहब भारद्वाज के परिजन अधिवक्ता पंडित अशोक शर्मा का आरोप है कि दबिश के दौरान क्राइम ब्रांच ने उनसे पैसे की मांग की थी। पैसे नहीं दिए तो बखेड़ा कर दिया, इसलिए जांच की जाए।
यह उठ रहा सबसे बड़ा सवाल
सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा हो रहा है कि जब क्राइम ब्रांच ने तीनों को पकड़ा था तो संगीता से पहचान क्यों नहीं कराई। आरोप है कि जानबूझकर पहचान नहीं कराई गई।
जेल भेजे युवकों के परिजन एसएसपी से मिले
सरबजीत की हत्या के मामले में जेल भेजे गए नितिन, लोकेंद्र, अंकित के परिजन सैकड़ों ग्रामीणों के साथ एसएसपी से मिले। उनका कहना था कि थाना पुलिस ने एक रंजिश के तहत तीनों को जेल भेजा है। उन्होंने मांग की है कि यदि उन्हें 169 की रिपोर्ट देकर बाहर नहीं निकाला गया तो वह आंदोलन करेंगे। एसएसपी से मिलने वालों में समरपाल, बिजेंद्र, विजय कुमार, अमरपाल सिंह, महकार सिंह, चौधरी राजपाल सिंह, राहुल सिंह, विनोद, लल्लू सिंह, मदनपाल सिंह, राजबीर सिंह, अमित कुमार आदि लोग शामिल थे।
इन्होंने कहा
सरबजीत के परिजनों ने क्राइम ब्रांच पर आरोप लगाए हैं। जांच की जा रही है। सलारपुर प्रकरण में भी क्राइम ब्रांच के कुछ सिपाहियों की जांच चल रही है।
राजेश कुमार, एसपी देहात
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