14वें वित्त का 90 करोड़ नहीं खर्च कर पाया निगम
भले ही कोरोना महामारी के दौर में नगर निगम की आय लड़खड़ा गई हो लेकिन 14 वें वित्त आयोग से मिली करीब 90 करोड़ धनराशि खाते में डंप है।
मेरठ, जेएनएन। भले ही कोरोना महामारी के दौर में नगर निगम की आय लड़खड़ा गई हो लेकिन 14 वें वित्त आयोग से मिली करीब 90 करोड़ धनराशि खाते में डंप है। इसे नगर निगम खर्च नहीं कर सका। इतनी धनराशि होने के बावजूद शहर में विकास कार्य ठप पड़े हैं। सड़कें बदहाल हैं। नाला-नाली और इंटरलाकिग के काम के लिए पार्षद गुहार लगा रहे हैं। वर्ष 2015-16 से लेकर वर्ष 2019-20 तक 14वें वित्त आयोग के तहत नगर निगम को लगभग 241 करोड़ रुपये प्राप्त हुए थे। इसके सापेक्ष पांच साल में विकास कार्यो पर नगर निगम ने 160 करोड़ रुपये खर्च किया है। अब नगर निगम के खाते में ब्याज सहित लगभग 90 करोड़ रुपये बचे हैं। नियमत : यह धनराशि पिछले वित्तीय वर्ष में ही खर्च करनी थी। निगम अधिकारियों की बेपरवाही भारी पड़ गई। अब स्थिति यह है कि नगर निगम जब तक 14वें वित्त आयोग की बची धनराशि का पूरा उपयोग नहीं कर लेता है तब तक वर्ष 2020-21 में स्वीकृति 15वें वित्त आयोग की धनराशि नगर निगम को नहीं मिलेगी। इसका असर अगले वित्तीय वर्ष पर विकास कार्यों पर पड़ना तय है। इस संबंध में मुख्य वित्त एवं लेखाधिकारी संतोष शर्मा का कहना है कि 14वें वित्त का 90 करोड़ दिसंबर से पहले खर्च कर लिया जाएगा। निर्माण, जलकल व स्वास्थ्य अनुभाग के साथ बैठक कर जल्द प्रस्ताव मांगे जाएंगे। करीब 65 करोड़ के प्रस्ताव के सापेक्ष टेंडर भी हो चुके हैं।
शताब्दी का संचालन आज से
नई दिल्ली से वाया मेरठ होते हुए देहरादून जाने वाली शताब्दी एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन का संचालन आज से शुरू हो रहा है। नई दिल्ली से चलकर यह ट्रेन मेरठ सिटी स्टेशन पर सुबह 8.03 बजे पहुंचेगी। यह ट्रेन गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, रुड़की व हरिद्वार में भी रुकेगी। देहरादून पहुंचने का समय 12.50 बजे दोपहर है। देहरादून से यह ट्रेन शाम 4.55 बजे चलेगी। मेरठ में इसके पहुंचने का समय 9.25 और दिल्ली में पहुंचने का समय रात 10.11 बजे है। लखनऊ और प्रयागराज के लिए ट्रेन के संचालन की अनुमति नहीं मिली है। पर्व के मद्देनजर ट्रेनों में आरक्षण की वेटिग सूची लंबी होती जा रही है। जनशताब्दी ट्रेन में वेटिग 30 से 35 चल रही है।