Coronavirus Lockdown Guideline for Factory: कराहते उद्योगों के बीच खेल उत्पादों ने निर्यात में की कमाई, भारत के कुल निर्यात में मेरठ की 45 फीसद हिस्सेदारी
Coronavirus Lockdown Guideline for Factory खुश खबर भारत के कुल खेल उत्पादों के निर्यात में मेरठ की 45 फीसद हिस्सेदारी। देश का निर्यात टर्नओवर 1300 करोड़ इसमें मेरठ का 550 करोड़। कई देशों में स्थिति ठीक होने से खेल उत्पादों की मांग जारी है।
मेरठ, [प्रदीप द्विवेदी]। कोरोना कफ्र्यू यानी आंशिक लाकडाउन में उद्योगों को खोलने की अनुमति तो रही लेकिन बाजार बंद होने के साथ ही कच्चा माल उपलब्ध न होने और मांग न रहने से अधिकांश उद्योग बंद हो गए। हालांकि इसी बीच खेल उत्पादों का निर्यात करने वाले उद्योगों ने बेहतर कमाई की। कई देशों में स्थिति ठीक होने से खेल उत्पादों की मांग जारी है। क्रिकेट, टेबिल टेनिस आदि के उत्पाद बिक्री हो रहे हैं। भारत का खेल उत्पाद निर्यात में 2020-21 का टर्नओवर करीब 1300 करोड़ है। यह पिछले साल के मुकाबले पांच फीसद ज्यादा है। पूरे भारत में जितना भी खेल उत्पाद निर्यात होता है, उसमें मेरठ की हिस्सेदारी लगभग 45 फीसद है। मेरठ के निर्यात उद्योग का टर्नओवर इस साल करीब 550 करोड़ रहा। यह आंकड़े स्पोट्स गुड्स एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल से जारी होते हैं।
रखते हैं कच्चे माल का स्टाक
खेल उत्पादों का निर्यात करने वाले उद्योग भविष्य की तैयारी के साथ कार्य करते हैं। यदि दो महीने तक भी बाजार से कच्चा माल उपलब्ध न हो सके तब भी उत्पादन जारी रहता है। ये कंपनियां कच्चे माल का स्टाक रखती हैं। भल्ला इंटरनेशनल के निदेशक शेखर भल्ला बताते हैं कि यही कारण है कि जहां अन्य कई उद्योग कच्चे माल की कमी से जूझ रहे हैं वहीं निर्यात करने वाले खेल उद्योग हमेशा की तरह ठीक स्थिति के साथ चल रहे हैं। आनलाइन माध्यम से भी बिक्री बेहतर रही।
टेबिल टेनिस : हुई चार गुना कमाई
अंतरराष्ट्रीय बाजार में टेबिल टेनिस उत्पादों में भारत को पहचान दिलाने वाली कंपनी स्टेग इंटरनेशनल ने जमकर कमाई की है। 2019-20 के मुकाबले वर्तमान समय तक जितनी भी बिक्री हुई है, वह चार गुना है। कंपनी के एमडी राकेश कोहली बताते हैं कि यूरोपियन देशों में कोरोना काल में टेबिल टेनिस की जबरदस्त मांग रही। पिछले साल लाकडाउन में जो मांग रही, वह क्रम बना रहा और उस साल के मुकाबले इस साल चार गुना ज्यादा आय हुई। इस बार उनका निर्यात टर्नओवर करीब 80 करोड़ रहा।
इन्होंने कहा...
कोरोनाकाल में खेल उत्पाद के निर्यात पर फर्क नहीं पड़ा है बल्कि इनडोर खेल उत्पादों की तो मांग ज्यादा बढ़ी है। हालांकि घरेलू बाजार में नुकसान हुआ है क्योंकि बाजार बंद हैं और खेल आयोजन नहीं हो रहे हैं। हालांकि आनलाइन बिक्री से नुकसान की भरपाई की जा रही है।
- पारस आनंद, डायरेक्टर मार्केटिंग, एसजी स्पोट्र्स।